चेल्सिया एक घंटे बैठकर गेम खेलने के लेती है 9 लाख रुपए

चेल्सिया एक घंटे बैठकर गेम खेलने के लेती है 9 लाख रुपए

म सब पूरे महीने नौकरी करते हैं तब जाकर कहीं सैलरी आती है। उसमें भी जब हमारी सैलरी कम होती है तो हर रोज सोचते हैं काश कोई ऐसी नौकरी होती जहां कम काम करना प़डता और सैलरी भी मोटी मिलती। खासकर जब हम दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में ऑफिस से लौटते हुए बस, मेट्रो या ट्रेन में धक्के खा रहे होते हैं तो अक्सर आरामदायक नौकरी के सपने देखते हैं। हम आपको एक ऐसी ल़डकी के बारे में बता रहे हैं जिसकी नौकरी और सैलरी के बारे में जानकर अचंभित हो जाएंगे। हालांकि इस ल़डकी की कहानी आपको उत्साह भी देगी कि दुनिया में ऐसी भी नौकरी है जहां आराम के साथ मोटी सैलरी मिलती है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में ऑनलाइन गेम का काफी ब़डा कारोबार है। इस गेम को मार्केट में पहुंचाने से पहले उसकी कई स्तरों पर टेस्टिंग की जाती है। ऑस्ट्रेलियाई ल़डकी चेल्सिया नए गेम में गलतियां ढूंढने में माहिर हैं। उसे बचपन से ही गेम से लगाव था, जिसके चलते उसने इसी को अपना करियर बना लिया। गेम बनाने वाली कंपनियों के विशेष बुलावे पर चेल्सिया उनके ऑफिस जाती हैं। वह एक घंटे गेम खेलने की ९ लाख रुपए लेती हैं। चेल्सिया गेम खेलकर उसकी गलतियां बताती हैं, जिसे कंपनियां सुधारकर मार्केट में उतारती हैं। इसके अलावा चेल्सिया इतनी सफाई के साथ गेम खेलती हैं कि उन्हें देखने के लिए भी भारी भी़ड जुटती है। इस तरह वह दो तरीके से पैसे कमाती हैं, एक तो गेम में गलतियां पक़डने के लिए तो दूसरा उन्हें देखने आने वाले लोग पैसे देते हैं। इस ल़डकी को लाइव देखने के लिए लाखों लोग आते हैं इस ्ट्रिरमिंग के स्स्कक्रिप्शन, विज्ञापन और स्पॉन्शरशिप से इन्हें ढेरो पैसे मिलते हैं।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

इजराइली एजेंसियां 15 वर्षों से बना रही थीं पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों की योजना! इजराइली एजेंसियां 15 वर्षों से बना रही थीं पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों की योजना!
Photo: idfonline FB Page
हेमंत सोरेन सरकार ने 'जनकल्याण' की जगह 'घुसपैठिया कल्याण' अपनाया है: शाह
अमेरिका-कर्नाटक के बीच 'सिस्टर सिटी' कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव रखा: प्रियांक खरगे
आज की कांग्रेस में देशभक्ति की आत्मा दम तोड़ चुकी है: मोदी
'आप' ने अरविंद केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग की
उत्तराखंड: दंगों या विरोध प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को पहुंचाया नुकसान तो होगी वसूली
लेबनान में जो वॉकी-टॉकी फटे, उन्हें बनाने वाली कंपनी ने किया बड़ा खुलासा