राजस्थान में 49 नगर निकायों में मतदान शनिवार को

राजस्थान में 49 नगर निकायों में मतदान शनिवार को

मतदान

जयपुर/भाषा। राजस्थान के 49 नगर निकायों में लगभग 2,100 वार्ड पार्षदों के लिए शनिवार को मतदान होगा। राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के आने के बाद ये पहले निकाय चुनाव हैं जिनके परिणामों पर सबकी नजर रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मतदान शांतिपूर्ण करवाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

Dakshin Bharat at Google News
राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार राज्य के 49 निकायों में कुल 7944 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन 49 निकायों में कुल 2105 वार्ड में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी में कल शनिवार को मतदान होगा।

मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए होगा जबकि मतगणना 19 नवम्बर को होगा। इन निकायों में अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को करवाया जाएगा। निकाय चुनावों में कुल 33 लाख 6912 मतदाता हैं जिनमें 17 लाख 5001 पुरूष, 16 लाख 1864 महिला मतदाता शामिल हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्यामसिंह राजपुरोहित ने बताया कि नगर निकाय चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण कराने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। पर्यवेक्षकों ने आवंटित निकाय क्षेत्रों में पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है।

उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत सरकार ने लगभग दस महीने पहले कार्यभार संभाला था और उसके बाद ये पहले निकाय चुनाव हैं। इन चुनावों में भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस तथा भाजपा के बीच ही माना जा रहा है।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

आईटीआई लि. के पंजीकृत एवं निगमित कार्यालय को 'उत्‍कृष्‍ट राजभाषा कार्यान्‍वयन पुरस्‍कार' मिला आईटीआई लि. के पंजीकृत एवं निगमित कार्यालय को 'उत्‍कृष्‍ट राजभाषा कार्यान्‍वयन पुरस्‍कार' मिला
आईटीआई लि. के अध्‍यक्ष ने संस्‍थान के कार्मिकों को बधाई दी
सत्ता बंटवारे को लेकर शिवकुमार के साथ कोई समझौता नहीं हुआ था: सिद्दरामय्या
कौन है यह रूसी सुंदरी, जिसने जीता मिसेज प्लैनेट यूनिवर्स 2024 का खिताब?
'अभी भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है' - उच्च न्यायालय ने सिद्धू के दावे के खिलाफ याचिका खारिज की
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए देवेंद्र फडणवीस
'घर जाने का समय': क्या विक्रांत मैसी ने 'पब्लिसिटी स्टंट' के लिए दांव चला?
बांग्लादेश: कैसे होगी शांति स्थापित?