आध्यात्मिकता भारत की बड़ी ताकत है : नायडू
आध्यात्मिकता भारत की बड़ी ताकत है : नायडू
हैदराबाद। उप-राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने यहां खैराताबाद के मशहूर गणेश पंडाल में सोमवार को पूजा-अर्चना की। पूर्व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और अन्य भाजपा नेता भी इस मौके पर मौजूद थे। खैराताबाद का गणेश पंडाल श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय है। गणेश भगवान की ५० फीट से भी ऊंची विशाल प्रतिमा को पंडाल में पूजा के लिए स्थापित किया गया है। इस अवसर पर नायडू ने कहा कि आध्यात्मिकता भारत की प्रमुख ताकतों में से एक है।उन्होंने याद किया कि कैसे प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता से पहले के दौर में ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष में लोगों की भागीदारी ब़ढाने के इरादे से गणेश चतुर्थी को एक ब़डे लोक कार्यक्रम के तौर पर मनाने की शुरुआत की थी। नायडू ने कहा कि उन्होंने सभी के कल्याण और देश की समृद्धि के लिए प्रार्थना की है। हैदराबाद में २५ अगस्त को धूमधाम से शुरू हुआ विनायक चविथि उत्सव मंगलवार को गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे ब़डा दुश्मन और वैश्विक शांति के लिए सबसे ब़डा खतरा है। उप-राष्ट्रपति ने इसे कुचलने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एकजुट होने जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘इस वक्त की सबसे ब़डी जरूरत…..वैश्विक शांति के लिए सर्वाधिक खतरा आतंक से है। आतंक का कोई मजहब नहीं होता, उसका कोई रंग नहीं होता, कोई जाति नहीं होती। लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग ओछी राजनीति के लिए धर्म को आंतक से जो़डने का प्रयास कर रहे हैं।’’