नायडू ने गरीबों और वंचित लोगों के लिए शुरू किया ‘द डे ऑफ हेल्पिंग हैंड’
नायडू ने गरीबों और वंचित लोगों के लिए शुरू किया ‘द डे ऑफ हेल्पिंग हैंड’
हैदराबाद (अमरावती)। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार का दिन गरीब और वंचित लोगों की मदद करने के लिए चुना है। इस दिन वे राज्य के ऐसे लोगों से मुलाकात करेंगे जिन्हें मदद की वास्तव में जरूरत है या वे किसी परेशानी में हैं। इस दिन को राज्य सरकार ने ’’द डे ऑफ हेल्पिंग हैंड’’ के नाम से घोषित किया है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नायडू गरीब तबके के लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने को तैयार हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री राहत कोष से करीब ९ लाख रुपए की राशि से गरीबों की सहायता की गई थी। आंध्रप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम २०१४ के द्वारा २ जून २०१४ को आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद तेलंगाना एक अलग राज्य बन कर उभरा था। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नायडू ने अपनी पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) से लोगों के साथ संपर्क बनाए रखने और उन्हें सरकारी कार्यक्रमों के बारे में जागरुक करने को कहा है। आंध्र प्रदेश के हर जिले में जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए डोर-टू-डोर अभियान ‘इंतिनतिकी तेलुगू देशम‘ जैसे कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। शुरुआत में यह हर दो वर्षों में एक बार लागू किया जाता था, लेकिन अब तेदेपा ने लोगों से गंभीर रुप से जु़डने का फैसला किया है। नायडू ने अपने विधायकों को आम जनता से निरंतर संपर्क बनाए रखने का भी निर्देश दिया है। ज्ञात हो कि नंदयाल निवासी ३४ वर्षीय अनचुला सुरेश को बताया कि उनकी दिल की गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इसके अलावा हार्ट प्रत्यारोपण के लिए किरण को १५ लाख रुपए की मंजूरी देने वाले मुख्यमंत्री की खबर भी सामने आई थी। अन्य मामले में मुख्यमंत्री ने थेलसेमिया के इलाज के लिए १२ वर्षीय तेजस्विनी के माता-पिता को तीन लाख रुपए दिए थे। इन सबके अलावा नायडू ने जरूरतमंदों को रोजगार और अन्य प्रकार की वित्तीय सहायता भी दी है।