भाजपा ने राहुल से कहा- यह समय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना से लड़ाई का है
भाजपा ने राहुल से कहा- यह समय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना से लड़ाई का है
नई दिल्ली/भाषा। भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विषय विशेषज्ञों से विचार विमर्श करते रहे हैं और राहुल गांधी को ‘बुद्धिमता एवं व्यावहारिकता’ से काम लेते हुए मोदी के मार्गदर्शन में मानव इतिहास की सबसे बड़ी आपदा से मोर्चा लेने के लिए आगे आना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल पर तंज करते हुए कहा, ‘जीवन का अर्द्ध शतक बनाने की दहलीज पर खड़े कांग्रेस के चिर युवा नेता में अब थोड़ा विवेक और परिपक्वता आनी चाहिए।’ त्रिवेदी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के उस बयान पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सत्ता में हिस्सेदारी देने और महामारी के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्रियों को सहभागी बनाना चाहिए।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार विपक्ष के सुझावों को ग्रहण करने को तत्पर है लेकिन ये सुझाव रचनात्मक होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी का चरित्र है कि वे मीडिया के समक्ष बिना तथ्यों का अध्ययन किए ही अपनी बातें रखते हैं। राहुल गांधी के गरीबों को नकद एवं विशेष पैकेज देने की मांग पर त्रिवेदी ने कहा कि सरकार पहले ही 1.7 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा कर चुकी है और कोरोना वायरस संकट के दौरान कठिन परिस्थितयों में प्रत्यक्ष नकद अंतरण के माध्यम से गरीबों के हाथों में पैसा पहुंचाना सुनिश्चित कर रही है।
उन्होंने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने भी प्रत्यक्ष नकद अंतरण की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ संवाद में बनर्जी ने कहा था कि प्रवासी मजदूरों की समस्याओं का निपटारा स्थानीय प्रशासन को करना चाहिए।
त्रिवेदी ने कहा, ‘यह समय प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विवाद खड़ा करने का नहीं है। इसकी बजाय यह समय सहयोग करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मानव इतिहास की सबसे बड़ी आपदा से मोर्चा लेने का है।’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी अगर अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्रियों से चर्चा करते तो उन्हें स्थिति की बेहतर जानकारी मिलती।
भाजपा नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘आओ मिलकर दीया जलाएं’ उद्धृत करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से महामारी से निपटने में सहयोग देने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां स्वास्थ्य एवं सुरक्षा कर्मियों पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं और सरकार को ऐसे अपराधों से निपटने के लिए अध्यादेश लाना पड़ा है।
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि इन मुद्दों को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयास किए जा रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से केंद्र सरकार की आलोचना करने के लिए संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद बढ़ाया गया तब महाराष्ट्र, पंजाब, ओडिशा, तेलंगाना जैसे राज्य पहले ही इसे बढ़ा चुके थे।