सीमा सुरक्षा करने वाले फौजी को सिस्टम ने रुलाया
सीमा सुरक्षा करने वाले फौजी को सिस्टम ने रुलाया
मेरठ। देश की सीमा पर तैनात फौजियों के कारण ही हम देश की सरहद के अंदर महफूज हैं लेकिन हमारे इस सिस्टम में इन फौजियों के प्रति भी सम्मान नजर नहीं आता। मेरठ में दबंगों और भूमाफिया से परेशान एक फौजी खून के आंसू रोने को मजबूर है। कारगिल युद्ध में मेडल जीतने वाले और मौजूदा समय में गुजरात में पाकिस्तान के बॉर्डर पर तैनात नायब सूबेदार जगबीर की जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर रखा है। नायब सूबेदार जगबीर सिंह इंचौली के जलालाबाद उर्फ जलालपुर के निवासी हैं।
जगबीर सिंह ने अपनी पत्नी सीमा सिंह के नाम पर 7 लाख रुपए में जमीन खरीदी थी। विजया बैंक से 10 लाख रुपए कर्ज लेकर उन्होंने 7 लाख रुपए जमीन की कीमत के मद में चुका दिये और बाकी के तीन लाख रुपए से वह घर बनवा रहे थे लेकिन दबंगोंे ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया। जब वह इसकी शिकायत करने स्थानीय थाने पर गए तो पुलिस ने उन्हें भगा दिया। इसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत की तो पुलिस आयुक्त ने भी एसडीएम सरधना को कार्रवाई के लिए लिखकर अपनी औपचारिकताएं पूरी कर दी।
मेरठ में एडीएम से शिकायत करने के लिए पहुंचे फौजी ने पत्रकारों को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि सीमा पर सेवा के दौरान उनकी आंखों में कभी आंसू नहीं आए लेकिन देश के अंदर की सिस्टम ने उन्हें रुला दिया है। फौजी का कहना है कि पुलिस आयुक्त द्वारा जिस एसडीएम को शिकायत की गई है उसकी शह पर ही उनकी जमीन पर कब्जा किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा फौजी के आरोपों का खंडन किया गया है। प्रशासन का कहना है कि बीएसएफ जवान की मांग गलत है और उसके द्वारा लगाए गए आरोप भी गलत हैं। इसी क्रम में फौजी ने चेतावनी दी है कि यदि उसकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो उसे बंदूक उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।