सेवानिवृत्त जवान ने 6 लोगों को उतारा मौत के घाट

सेवानिवृत्त जवान ने 6 लोगों को उतारा मौत के घाट

पलवल। सेना के एक सेवा निवृत्त जवान ने मंगलवार त़डके रॉड से हमला कर छह लोगों की हत्या कर दी। उसके बारे में यह समझा जाता है कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि उसकी पहचान नरेश धनखड (४५) के रूप में की गई है। उसने त़डके दो बजे से चार बजे के बीच इस घंटना को अंजाम दिया। प्रवक्ता ने बताया कि सेना से चिकित्सकीय आधार पर अवकाश लेने के बाद बल्लभगढ क्षेत्र निवासी धनख़ड कृषि विभाग में सीडीओ के पद पर काम करता था।पुलिस ने बताया कि उसने सबसे पहले एक महिला को मारा जो एक निजी अस्पताल के बाहर सो रही थी। अंजुम नामक महिला की हत्या एक सीसीटीवी कैमरा में रिकार्ड हो गई है। उन्होंने बताया कि इसके बाद वह आगरा रोड पर पहुंच गया जहां उसने तीन और लोगों की हत्या कर दी। इसके कुछ ही समय बाद उसने दो और लोगों को मार डाला। पलवल की पुलिस अधीक्षक सुलोचना कुमारी ने बताया कि जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली तो पुलिस का दल भेज कर स़डक पर सो रहे या वहां से गुजर रहे सभी लोगों को हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि जैसे ही दिन निकला पुलिसवालों ने उसे देखा और पक़डने की कोशिश की। इस पर उसने पुलिस पर भी हमला कर दिया जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। घायल पुलिसकर्मी को फरीदाबाद भेज दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि उसने किसी को लूटने का प्रयास नहीं किया। जिन लोगों को उसने निशाना बनाया वह सुरक्षा गार्ड, भिखारी और गरीब लोग थे। धनख़ड को गिरफ्तार कर सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे फरीदाबाद भेज दिया। उसका मानसिक परीक्षण कराया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक अभिमन्यु लोहान ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि इन हत्याओं के पीछे कोई कारण नहीं है। दूसरी तरफ प्रवक्ता ने बताया कि शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। खबरों के अनुसार नरेश मानसिक रूप से परेशान था और वह अपने परिवार से अलग रहता था। वह अक्सर कार्यालय में कर्मचारियों के साथ उलझता रहता था। वह फरीदाबाद से ट्रांसफर होकर एक वर्ष पहले भिवानी कृषि विभाग में आया था। बताया गया है कि वर्ष २००३ में उसे दो साल फौज में लेफ्टिनेंट पद रहने के बाद मेडिकली फिट न होने की वजह से रिटायरमेंट दे दी गई थी। वह आर्मी कोटे से वर्ष २००६ में हरियाणा कृषि विभाग में एडीओ पद पर भर्ती हो गया। दो साल बाद उसे प्रमोशन देकर एसडीओ बना दिया गया था। धनख़ड फरीदाबाद के मच्छगर गांव का रहने वाला है और फिलहाल ओमैक्स सिटी पलवल में रह रहा था। भिवानी के उप-निदेशक कृषि विभाग के लेखाकार कृष्ण ने बताया कि धनख़ड हमेशा तनाव में रहता था और अधिकारियों और कर्मचारियों से अक्सर ल़डता-झग़डता रहता था। गत २९ दिसम्बर को वह यहां से गया था। एक जनवरी को जब ड्यूटी पर नहीं आया तो उसे स्पष्टीकरण का नोटिस भी भेजा गया था।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
अस्पताल दिवस समारोह भी मनाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'
कांग्रेस ने कारगिल के शहीदों को दी श्रद्धांजलि- 'देश सदैव उनका ऋणी रहेगा'