बिना भेदभाव सभी धर्मस्थलों का होगा विकास : आदित्यनाथ

बिना भेदभाव सभी धर्मस्थलों का होगा विकास : आदित्यनाथ

सीतापुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्वों और त्यौहारों में सामूहिकता के दर्शन के साथ समाज को जो़डने की परम्परा को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता बताते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार बिना किसी भेदभाव के हर मत, मजहब और सम्प्रदाय से जु़डे धर्मस्थलों का विकास करेगी। योगी ने संस्कार भारती और यूपी पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित नैमिषेय शंखनाद कार्यक्रम में कहा कि त्यौहारों को समाज को जो़डने का माध्यम बनाना चाहिए। पर्व में सामूहिकता का दर्शन होता है। उस सामूहिकता के साथ समाज को जो़डने का काम लोगों ने भुला दिया है। एक बार फिर इसको पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संस्कृति की सेवा वास्तव में देश की एकता और अखण्डता को बनाये रखने की बहुत ब़डी सेवा है। संस्कृति तो राष्ट्र की आत्मा होती है, उसे मजबूती देना हम सबका दायित्व है। इसी दृष्टि से हमने तय किया है कि प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के हर मत, मजहब, सम्प्रदाय से जु़डे धर्मस्थलों के विकास को लेकर हम दोनों प्रकार से, संस्कृति की सेवा भी करेंगे और पर्यटन को ब़ढावा देने का मंच भी देंगे। मेरा मानना है कि जिसको विरोध करना होगा, वह हमेशा करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया ने इस बार अयोध्या की दीपावली को देखा और उसे खूब सराहा। बहुत से लोगों ने इसका विरोध भी किया। जैसे हमने अयोध्या को दीपावली से जो़डा, वैसे ही होली के अवसर पर हमारा पूरा मंत्रिमण्डल ब्रज में रहेगा। बरसाना की होली के साथ हम पूरी दुनिया को एक साथ जो़डेंगे। इस दिशा में हमारी कार्ययोजना ब़ढ चुकी है।योगी ने कहा प्रशासन ने कांव़ड यात्रा को बैन करने का प्रयास किया। कांव़ड यात्रा की व्यवस्था का जायजा लेने गए अधिकारियों ने अपनी बैठक में तय कर लिया कि वह कांवि़डयों को घंटा, शंख, माइक इत्यादि नहीं बजाने देंगे। मैंने कहा कि यह आप लोग नहीं तय करेंगे। मैंने वह आदेश निरस्त करते हुए उत्तराखण्ड, दिल्ली, हरियाणा इत्यादि प्रदेशों के अधिकारियों के साथ बैठक बुलायी। उन्होंने कहा मैंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी स्थिति पैदा होगी, उसके लिये मैं जवाबदेह हूं। उत्तर प्रदेश में कांव़ड यात्रा में मैं पूरी अनुमति दूंगा कि कांवि़डये घंटा, शंख, माइक बजाएं और हर प्रकार से उत्सव के साथ इस कांवड यात्रा को लेकर चलें। मैंने प्रशासन से कहा कि मैं आपको दो हेलीकाप्टर उपलब्ध करा रहा हूं। उससे निगरानी करना और साथ ही साथ कांव़ड यात्रियों पर पुष्पवर्षा करना। चार करो़ड कांव़ड यात्री गाजियाबाद से हरिद्वार के बीच गये थे और एक तिनका नहीं हिला। यानी सौहार्द और शांतिपूर्ण तरीके से पर्व मनाये जा सकते हैं, यह इसके लिये अद्भुत मिसाल थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैमिषारण्य में ५१ तीर्थों के जल को लाकर उसे नयी पवित्रता प्रदान करने का जो कार्य शुरू हुआ है वह अविस्मरणीय है। यहां हम नैमिषारण्य और उसके आसपास के तीर्थों के विकास की १०० करो़ड रूपये की कार्ययोजना बना चुके हैं।

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