वीरेन्द्र दीक्षित के माउंट आबू आश्रम से 7 विदेशी सहित 58 नाबालिग बरामद,
वीरेन्द्र दीक्षित के माउंट आबू आश्रम से 7 विदेशी सहित 58 नाबालिग बरामद,
जालोर। दुष्कर्म और यौनशोषण के आरोपों में फंसे दिल्ली के आध्यात्मिक बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रमों पर चाइल्ड वैलफेयर कमेटी की छापेमारी में अब एक और हैरान कर देने वाली स्थिती सामने आई है। राजस्थान के माउंट आबू में दीक्षित के बाल आश्रम में छापेमारी के दौरान चाइल्ड वैलफेयर कमेटी ने कैदियों जैसा जीवन व्यतीत कर रही करीब ५८ नाबालिग ल़डकियों को छु़डाया है।यह छापेमारी माउंट आबू में आध्यात्मिक गौमुख सेवा समिति के आश्रम में की है। बताया गया है कि इन ५८ ल़डकियों में से ७ नेपाल की रहने वाली है जिन्हें तहखानों में रखा गया था। सबसे ब़डी बात यह है इस तहखाने तक पहुंचने के लिए कमेटी के सदस्यों को कई बंद प़डे दरवाजों को पार करना प़डा जिनपर मोटे-मोटे ताले तक ज़डे हुए थे। बताया गया है कि यहां रह रही ल़डकियों को आश्रम से बाहर जाने पर सख्त पाबंदी थी वहीं उन्हें यहां ड्रेस कोड दिया गया था जिसमें वो गुलाबी रंग की सा़डी और सफेद ब्लाउज में रहा करती थी। ्यद्धद्मय् द्य्यज्डट्टुष्ठप्रय्द्म ·र्ष्ठैं ब्र् घ्ध् द्यब्य् त्र्य् द्धय्ध्य्य्द्बमाउंट आबू स्थित आध्यात्मिक गौमुख सेवा समिति का यह आश्रम बिना किसी रजिस्ट्रेशन के ही चल रहा था। बाल कल्याण कमेटी के सदस्यों ने आश्रम के कर्मचारियों से जब रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा तो उन्होनें बताया कि आश्रम का रजिस्ट्रेशन को ऑपरेटिव एक्ट के तहत है जबकि बाल कल्याण सेवा के लिए कोई आश्रम चलाने के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन करना प़डता है। माउंट आबू पुलिस ने कहा है कि आश्रम अभी दो साल पहले ही शुरू हुआ है और यहां दिल्ली के आध्यात्मिक गुरू वीरेन्द्र देव को कभी आते नहीं देखा गया।