अगर एनएससीएन(के) के कार्यकर्ता आत्मसमर्पण करेंगे तो भारत उनका पुनर्वास करेगा : रिजिजू

अगर एनएससीएन(के) के कार्यकर्ता आत्मसमर्पण करेंगे तो भारत उनका पुनर्वास करेगा : रिजिजू

गुवाहाटी। एनएससीएन (के) अध्यक्ष एस एस खापलांग की मृत्यु के एक दिन बाद केंद्र ने शनिवार को कहा कि नगा विद्रोही समूह में शामिल सभी भारतीय नागरिकों का अगर वे हिंसा छो़डते हैं तो पुनर्वास किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने संवाददाताओं से कहा, हम अपील करते हैं कि एनएससीएन(के) में सभी भारतीय नगाओं को आत्मसमर्पण करना चाहिए और मुख्यधारा में लौटना चाहिए। हम उनका पुनर्वास करेंगे। जो कोई भी हिंसा का त्याग करेगा, हम भारत सरकार से उन्हें पुनर्वास पैकेज देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, जो भी हिंसा त्यागता है और भारत के संविधान का सम्मान करता है, उसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि विद्रोहियों को पुनर्वास पैकेज का फायदा उठाना चाहिए और लौटना चाहिए। हालांकि, रिजिजू ने कहा कि भारत म्यांमार के नागरिकों के बारे में बात नहीं कर सकता, जो एनएससीएन (के) का हिस्सा हैं। मंत्री ने कहा कि खापलांग एनएससीएन (के) का दिल थे और उनके बिना संगठन बिखर जाएगा।रिजिजू ने कहा, बिना नेतृत्व के संगठन को मुश्किलों का सामना करना प़डेगा। संगठन का उद्देश्य अब कभी पूरा नहीं होगा। इसलिए उन्हें (विद्रोहियों को) समाज के लिए वापस आना चाहिए। खापलांग का शुक्रवार रात म्यांमार के काचिन प्रांत के टक्का में दिल का दौरा प़डने के बाद ७७ वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

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