चीन के साथ सीमा विवाद और संघर्ष मामले में मोदी सरकार को मिला मायावती का साथ
चीन के साथ सीमा विवाद और संघर्ष मामले में मोदी सरकार को मिला मायावती का साथ
‘यह संभव नहीं कि इस मामले में बसपा भी कांग्रेस की तरह केंद्र सरकार से तू-तू, मैं-मैं करे’
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस अकेली पड़ती जा रही है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी भारत-चीन सीमा मुद्दे पर भाजपा के साथ खड़ी है।
एक प्रेसवार्ता में मायावती ने विभिन्न मुद्दे उठाते हुए चीन के साथ चले रहे सीमा विवाद के मद्देनजर बसपा की भूमिका को स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में उनकी पार्टी कांग्रेस से अलग रुख रखती है।मायावती ने कहा, ‘जब कांग्रेस पार्टी देश की सत्ता में थी तो बसपा ने देशहित के हर मामले में उसका साथ दिया। अब जबकि भाजपा केंद्र की सत्ता में है तो चीन के साथ जारी सीमा विवाद और संघर्ष के मामले में वह उसके साथ है।’
मायावती ने कहा, ‘क्योंकि देश की रक्षा और सीमा की सुरक्षा के मामले में सर्वाधिक दायित्व एवं असली संवैधानिक जिम्मेदारी केंद्र सरकार की ही बनती है।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए चीन के साथ सीमा विवाद और संघर्ष के मामले में अगर कांग्रेस पार्टी सोचती है कि बसपा उसका साथ देकर केंद्र सरकार से उसकी तरह ही तू-तू, मैं-मैं करेगी, तो यह संभव नहीं। एक असली अंबेडकरवादी पार्टी का यह स्वभाव नहीं हो सकता।’
बता दें कि हाल में मायावती ने देशहित और सीमा की रक्षा को लेकर विपक्ष को ‘नसीहत’ भी दी थी। उन्होंने मौजूदा हालात में सरकार और विपक्ष के पूरी परिपक्वता और एकजुटता के साथ काम करने पर जोर दिया था।
बसपा प्रमुख ने कहा था, ‘ऐसे कठिन एवं चुनौतीपूर्ण समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के संबंध में लोगों और विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित और सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है।’