अयोध्या फैसले पर विवादित बयान देने वाले ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज
अयोध्या फैसले पर विवादित बयान देने वाले ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज
भोपाल/दक्षिण भारत। अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अयोध्या मामले में आए फैसले के बाद जहां देशभर में विभिन्न राजनेता और आम नागरिक उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान और सामाजिक सद्भाव पर जोर देते रहे, वहीं ओवैसी विवादित बयान देते नजर आए।
इस बात को लेकर भोपाल के पवन यादव नामक शख्स ने जहांगीराबाद पुलिस स्टेशन में ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पवन यादव पेशे से वकील हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि ओवैसी ने उकसाने वाला बयान दिया है। साथ ही, वे उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ बोल रहे हैं।बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन दी जाए। इस पर ओवैसी ने कहा कि हमें किसी से दान (जमीन) की जरूरत नहीं है। .. अगर मैं हैदराबाद की सड़कों पर मांगना शुरू कर दूं तो जनता इतना पैसा दे देगी कि मैं उप्र में पांच एकड़ जमीन खरीद सकता हूं।
Bhopal: A complaint has been filed by an advocate, Pawan Kumar Yadav against AIMIM leader Asaduddin Owaisi at Jahangirabad Police Station on charges of giving inciting statement on #AyodhyaVedict and going against Supreme Court. #MadhyaPradesh (File pic) pic.twitter.com/wG8Hm7J8U4
— ANI (@ANI) November 11, 2019
असदुद्दीन ओवैसी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, यदि बाबरी मस्जिद अवैध थी तो लालकृष्ण आडवाणी और अन्य के खिलाफ इसे गिराए जाने के लिए मामला क्यों चलाया जा रहा है?.. उन्होंने कहा कि हम इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। बाबरी मस्जिद मेरा कानूनी अधिकार है। मैं मस्जिद के लिए लड़ रहा हूं, जमीन के लिए नहीं।
ओवैसी ने उच्चतम न्यायलय के फैसले को ‘तथ्यों पर विश्वास की जीत’ करार देते हुए मस्जिद बनाने के लिए विकल्प के तौर पर पांच एकड़ जमीन दिए जाने को खारिज करने की सलाह दी थी। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में पूर्व प्रधान न्यायाधीश जेएस वर्मा के बयान का हवाला देते हुए कहा, उच्चतम न्यायालय वस्तुत: सर्वोच्च है….और अंतिम हैं, लेकिन उनसे भी गलती हो सकती है।
ओवैसी ने कहा, ‘यह तथ्यों के ऊपर विश्वास की जीत वाला फैसला है।’ उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष कानूनी अधिकार के लिए लड़ रहा था और किसी से भी दान की जरूरत नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि संघ परिवार और भाजपा देश को ‘हिंदू राष्ट्र’ की ओर ले जा रहे हैं।