जो घोटालों और धोखाधड़ी में लिप्त, उन्हें चौकीदार पसंद नहीं
जो घोटालों और धोखाधड़ी में लिप्त, उन्हें चौकीदार पसंद नहीं
ममता के गढ़ में गरजे मोदी, विपक्ष पर किया प्रहार
कोलकाता/दक्षिण भारत डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद करते हुए ठाकुरनगर और दुर्गापुर में दो रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष सहित राज्य की तृणमूल सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने विपक्ष की रीति-नीति पर कई सवाल उठाए। ठाकुरनगर रैली में बड़ी तादाद में लोग प्रधानमंत्री का भाषण सुनने आए थे। वहां मोदी ने कहा कि आज की रैली का दृश्य देखकर मुझे समझ आ गया है कि दीदी हिंसा पर क्यों उतर आई हैं।
मोदी ने कहा कि हमारे प्रति बंगाल की जनता के प्यार से डरकर लोकतंत्र के बचाव का नाटक करने वाले लोग निर्दोष लोगों की हत्या करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य रहा कि आज़ादी के बाद भी अनेक दशकों तक गांव की स्थिति पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना देना चाहिए था। यहां पश्चिम बंगाल में तो स्थिति और भी खराब है।यह तो बस शुरुआत है!
मोदी ने कहा कि शुक्रवार को बजट में जो घोषणाएं की गई हैं, उनसे देश के 12 करोड़ से ज्यादा छोटे किसान परिवारों, 30-40 करोड़ श्रमिकों, मजदूर भाई-बहनों और 3 करोड़ से अधिक मध्यम वर्ग के परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह बजट तो एक शुरुआत मात्र है। बता दें कि ठाकुरपुर रैली में भीड़ इतनी ज्यादा थी कि प्रधानमंत्री को अपना भाषण सिर्फ 14 मिनट में ही समाप्त करना पड़ा। लोग मोदी को सुनने के लिए मैदान के अंदरूनी हिस्से में आने की कोशिश करने लगे। इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान कुछ लोगों को चोट लगने के भी समाचार हैं।
मोदी ने लोगों से अपने स्थान पर ही खड़े रहने की अपील की और कहा कि कार्यकर्ताओं के उत्साह से यह जगह कम पड़ गई, मैदान छोटा पड़ गया है। बाद में प्रधानमंत्री दुर्गापुर रैली को संबोधित करने चले गए। यहां उन्होंने कहा कि जिस स्थान के नाम में ही दुर्गा हो, उस जगह पर इतनी विशाल संख्या में आप लोगों का आशीर्वाद देने आना मेरे लिए सबसे बड़ा सौभाग्य है।
तृणमूल पर साधा निशाना
मोदी ने कहा कि भाजपा के प्रति बंगाल की जनता के प्यार ने दीदी की नींद उड़ाकर रख दी है। उन्होंने कहा कि जिस सरकार को लोकतंत्र की मर्यादा की परवाह न हो, जिस पार्टी के कार्यकर्ताओं को हर प्रकार की हिंसा करने की छूट मिली हुई हो और सरकार के मुलाजिम भी जिस प्रकार का व्यवहार करते हों, उनका बंगाल से जाना तय है।
मोदी ने कहा कि जो लोग चार साल पहले तक एक-दूसरे का मुंह नहीं देखते थे, वो कोलकाता में चौकीदार को हटाने के लिए शपथ ले रहे थे। घोटालों और धोखाधड़ी में लिप्त इन लोगों को चौकीदार पसंद नहीं है। मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि बंगाल में जो सरकार है, वो विकास की परियोजनाओं को लेकर गंभीर नहीं है। बंगाल की सरकार गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के सपनों को कुचलने में जुटी है लेकिन केंद्र सरकार उन सपनों को नई उड़ान देने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया इस सच्चाई को जानती है कि तृणमूल सरकार उन परियोजनाओं को हाथ ही नहीं लगाती जिनमें सिंडिकेट का शेयर न हो और जहां मलाई न मिलती हो।
अब कोई बिचौलिया नहीं
मोदी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में अब तक किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना से बड़ी योजना नहीं बनाई गई है। इस योजना पर एक साल में 75 हज़ार करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले कांग्रेस सरकार ने दावा किया था कि उसने किसानों का 52,000 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया। इतने पैसे से हम भी कर्ज़माफी का शोर मचा सकते थे, लेकिन हमारी नीयत साफ है जिसका परिणाम किसान हित में आई यह परमानेंट योजना है। उन्होंने किसान हितों के लिए केंद्र की योजनाओं के बारे में कहा कि इनकी रकम सीधे बैंक खातों में जाएगी। अब न कोई सिंडिकेट टैक्स और न कोई बिचौलिया। उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि देश में किसानों के साथ कर्जमाफी की राजनीति करके आंखों में धूल झोंकने के निर्लज्ज प्रयास हुए हैं। प्रधानमंत्री ने नागरिकता संशोधन विधेयक का भी जिक्र किया।