राहुल पर जेटली का निशाना- फेल छात्र सदैव टॉपर से चिढ़ता है
राहुल पर जेटली का निशाना- फेल छात्र सदैव टॉपर से चिढ़ता है
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। अमेरिका से इलाज के बाद स्वदेश लौटे केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने ट्विटर पर कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने रविवार को राफेल सौदा, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक सहित ज्वलंत मुद्दों का जिक्र कर कांग्रेस की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इशारों में ही ऐसा फेल छात्र बता दिया जो टॉपर (मोदी) से चिढ़ता है। जेटली ने राफेल पर कांग्रेस के रुख को फर्जी आंदोलन करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार झूठ बोलता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस सौदे से जहां देश की सैन्य क्षमता बढ़ेगी, वहीं करोड़ों रुपए की बचत भी हुई है। विपक्ष अधूरा पत्र दिखाकर भ्रम फैला रहा है। जेटली ने राफेल पर राहुल के रवैए को मोदी से व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने जैसा बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि एक फेल छात्र कक्षा के टॉपर को नापसंद करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का झूठ पकड़ा जा रहा है। जिन्होंने 2008-14 के बीच बैंकों को लूटा, वे आरोप लगा रहे हैं कि हमने औद्योगिक लोन माफ किए। जबकि एक रुपया भी माफ नहीं किया गया। उन्होंने अगस्ता मामले में क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण का उल्लेख कर कहा कि सरकार कई डिफाल्टर और बिचौलियों को वापस लाने में सफल हुई है।जेटली ने कहा कि सरकार और भाजपा सदैव सेना के साथ हैं। उन्होंने विपक्ष के लिए कहा कि उसने तो सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाए। जेटली ने कहा कि सेना प्रमुख के लिए अभद्र शब्द बोले गए। उन्होंने जीएसटी के लिए कहा कि इस पर भी विपक्ष ने भ्रम फैलाया जो टिक नहीं पाया। जीएसटी उपभोक्ताओं के लिए अनुकूल होता गया और टैक्स में कटौती हुई। जेटली ने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाने पर कहा कि यह सीधे तौर पर चुनाव आयोग पर हमला है। जिस समय ईवीएम चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा बनी, तब भाजपा सत्ता में नहीं थी।
इसी प्रकार गायों के मुद्दे को लेकर जेटली ने कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि केरल में कैमरे के सामने गाय को नुकसान पहुंचाया जाता है, जबकि मध्य प्रदेश में एनएसए के तहत मामला दर्ज किया जाता है। उन्होंने विपक्ष के इस आरोप कि ‘देश में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है’ पर कटाक्ष किया और लोकतंत्र पर उनके रवैए को मगमच्छ के आंसू बताया। जेटली ने पश्चिम बंगाल में हालिया घटनाओं के लिए लिखा कि वहां लोकतंत्र खतरे में है।