सर्वे नतीजों में बतौर प्रधानमंत्री मोदी सबसे आगे, राहुल, केजरीवाल, ममता को छोड़ा पीछे

सर्वे नतीजों में बतौर प्रधानमंत्री मोदी सबसे आगे, राहुल, केजरीवाल, ममता को छोड़ा पीछे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने की रणनीति बना रहे हैं। नए-नए मुद्दों पर विचार किया जा रहा है और अपने संभावित मतदाताओं की पसंद-नापसंद को टटोला जा रहा है। इन सबके बीच कुछ सर्वे भी आ रहे हैं​ जिनके परिणाम विपक्ष के लिए उत्साहजनक नहीं हैं। इंडिया टुडे-कार्वी के मूड ऑफ द नेशन जुलाई 2018 पोल के मुताबिक, नरेंद्र मोदी पूरे देश में प्रधानमंत्री पद के लिए मतदाताओं की पहली पसंद बने हुए हैं।

सर्वे कहता है कि मोदी ने इस सूची में देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है। मतदाताओं ने मोदी के नाम पर भरोसा जताया है और उन्हें दोबारा इसी पद पर देखना चाहते हैं। सर्वे नतीजों के अनुसार, कांग्रेस के नेतृत्व वाला संप्रग नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री की कुर्सी हासिल करने में कामयाब होता नहीं दिख रहा है। यह सर्वे 97 संसदीय और 197 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया। इसके नतीजे कम से कम कांग्रेस के लिए कोई बड़ी राहत नहीं लेकर आए।

मनमोहन से कितने आगे मोदी
सर्वे 18 जुलाई, 2018 से लेकर 29 जुलाई, 2018 के बीच का है। इसमें जनता से सबसे बेहतर प्रधानमंत्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मोदी के नाम पर मुहर लगाई। सर्वे में 26 प्रतिशत लोगों ने मोदी को बतौर प्रधानमंत्री सबसे अच्छा माना। इस सूची में मोदी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी से भी आगे रहे। मनमोहन सिंह को सिर्फ 6 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया। इस तरह मोदी और मनमोहन सिंह के बीच यह अंतर काफी ज्यादा है।

मोदी से पिछड़े राहुल
वहीं आगामी लोकसभा चुनावों के लिए प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में भी मोदी सबसे आगे हैं। उन्हें 49 प्रतिशत लोग सबसे अच्छा उम्मीदवार मानते हैं। इस सर्वे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर देने की स्थिति में नजर नहीं आते, क्योंकि उन्हें सिर्फ 27 प्रतिशत लोगों ने इस पद के लिए बेहतर उम्मीदवार माना है। सर्वे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें मात्र 3 प्रतिशत लोगों ने ही पसंद किया है।

केजरीवाल को झटका, ममता से भी पिछड़े
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ममता से भी कम लोगों ने पसंद किया है। उन पर 2 प्रतिशत लोगों ने ही भरोसा जताया है। पी चिदंबरम और अरुण जेटली इस मामले में उनके बराबर टिकते हैं। वहीं नवीन पटनायक, अखिलेश यादव, मायावती, चंद्रबाबू नायडू सिर्फ 1—1 प्रतिशत लोगों की पसंद रहे। सर्वे में 3 प्रतिशत लोगों ने प्रियंका गांधी को योग्य उम्मीदवार माना। 1 प्रतिशत लोगों ने किसी दूसरे उम्मीदवार को प्रधानमंत्री बनाने की इच्छा जताई। चुनावों तक ऐसे कई सर्वे आएंगे, जिनमें मतदाताओं के रुझान का आकलन किया जाएगा।

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