आत्मा पर लगे दाग, वैमनस्य आदि मिटाने का समय है चातुर्मास: साध्वीश्री पावनप्रभा
प्रवेश कार्यक्रम मोयडू महल सभागार में रखा गया

प्रकाश लोढ़ा ने साध्वीश्री का स्वागत किया
केजीएफ/दक्षिण भारत। शहर के तेरापंथ सभा के तत्वावधान में तेरापंथ भवन में बुधवार को साध्वीश्री पावनप्रभाजी का चातुर्मास प्रवेश भव्य अहिंसा रैली के साथ हुआ। चातुर्मास के बाद प्रवेश कार्यक्रम मोयडू महल सभागार में रखा गया।
महिला मंडल की नई अध्यक्ष सरिता बांठिया ने मंगल स्तृति की। सभा के अध्यक्ष सुर्दशन बांठिया ने सभी का स्वागत किया। दक्षिण कर्नाटक के आंचलिक संयोजक प्रकाश लोढ़ा ने साध्वीश्री का स्वागत किया।महिला मंडल की मंत्री चेतना बांठिया ने शुभकामनाएं दी। इस मौके पर ज्ञानशाला के संस्थापक कमलेश हिंगड, तेरापंथ संघ के वरिष्ठ सदस्य मूलचन्द नाहर, महासभा कार्यसमिति के सदस्य संजय बांठिया सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।
प्रवेश के मौके पर साध्वीश्री पावनप्रभाजी कहा कि साधु-साध्वियों का आगमन पुण्योदय से होता है। संत ज्ञान, दर्शन, चरित्र व तप का प्रकाश लेकर आते हैं। जिस तरह बाजा बजने से पैर थिरकते हैं, वैसे ही चातुर्मास के दौरान यदि श्रावक-श्राविकाएं सक्रिय रहेंगे तो संत उनसे ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं।
जिस तरह रिमूवर के माध्यम से दाग मिटाए जाता है, उसी प्रकार आत्मा पर लगे दाग, वैमनस्य आदि मिटाने का समय होता है चातुर्मास। साध्वीश्री आत्मयशाजी, उन्नतयशाजी, रम्यप्रभाजी ने पावन प्रभा सुपर मार्केट’ नामक चातुर्मास कार्यकाल में होने वाले कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
सभा के मंत्री सुशील बांठिया ने धन्यवाद दिया तथा संचालन प्रिया बांठिया ने किया। इस प्रवेश के मौके पर मालूर, गुड़ियात्तम, हिरीयूर, वैल्लूर, बेंगलूरु, कोलार, मूलबागल, बंगारपेट, होसपेट आदि शहरों के श्रावक श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति थी।
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