भगवान महावीर की वाणी नर काे नारायण बनाने वाली है: मुनि जयधुरंधर
आज निकलेगी अहिंसा व पर्यावरण सुरक्षा यात्रा

सभी शिविरार्थियाें ने शाकाहार-मांसाहार की सम्मिलित हाेटल का त्याग स्वेच्छा से किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। जयगच्छाधिपति बारहवें पट्टधर आचार्यश्री पार्श्वचंद्रजी व डाॅ. पदमचंद्रजी, महासती शशिप्रभाजी व जैन समणी प्रमुखा डाॅ. श्रीनिधिजी के सान्निध्य में पार्श्व लब्धि तीर्थ धाम में गतिमान दस दिवसीय जयमल जैन संस्कार शिविर में आठवें दिन अपने प्रवचन में जयधुरन्धरमुनिजी ने कहा कि भगवान महावीर की वाणी नर काे नारायण बनाने वाली है। जाे भगवान महावीर की वाणी का श्रवण करता है वह नरक, तिर्यंच, मनुष्य, देव चाराें गति से छुटकारा पा सकता है।
तिर्यंच के जीव 11 व्रत स्वीकार कर लें, बारहवें व्रत की भावना भी कर लें पर सुपात्र दान नहीं दे सकते। मनुष्य ही ऐसा भव है जिसमें हम दान, शील, तप, भावना की उपासना कर सकते हैं।मुनिश्री ने मनुष्य जीवन का माेल समझाते हुए बताया कि संयम माेक्ष जाने की नाैका है, संयम रूपी हीरे जैसे अनमाेल रत्न काे हमें यूं ही नहीं गंवाना चाहिए। उन्हाेंने दाेहा 'रात गँवाई साेयकर, दिवस गँवायाे खाय। हीर जनम अनमाेलियाे, काेडी बदले जाय' यानी हीरे के समान अनमाेल मनुष्य जन्म काे पाकर चाैरासी के चक्कर में हमें मनुष्य जीवन यूं ही नहीं गँवाना चाहिए।
उन्हाेंने चार प्रश्नाें के माध्यम से समझाया कि मनुष्य जन्म खाने के लिए नहीं मिला, माैज मस्ती के लिए नहीं मिला, धन कमाने के लिए नहीं मिला, लालन पालन के लिए नहीं मिला, मनुष्य जन्म मिला है ताे संयम लेने के लिए।
शिविर में शुक्रवार काे ज्ञान सराेवर इंटरनेशनल स्कूल, मैसूरु के संस्थापक एवं जेडीएस पार्टी के प्रान्तीय उपाध्यक्ष सुधाकरशेट्टी एवं उनकी धर्मपत्नी सुखलता शेट्टी अवलाेकनार्थ आए जिनका सम्मान चंपालाल बेताला, हुक्मीचंद लूंकड़, अरुण गाेटावत सहित अन्य पदाधिकारियाें ने किया। साथ ही मैसूर से आए अशाेक नंगावत एवं महावीरचंद भंसाली का भी स्वागत किया।
सुधाकर शेट्टी ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि जब से वर्ष 2008 और 2010 में मैसूर स्थित उनके ज्ञान सराेवर इंटरनेशनल स्कूल में जयमल जैन संस्कार शिविर का आयाेजन हुआ, तब से उनका स्कूल की खूब तरक्की कर रहा है। शुक्रवार काे शिविर की पूर्ण कालिक परीक्षा का आयाेजन हुआ।
शिविरार्थियाें ने भ्रूणहत्या महापाप एवं मांसाहार के त्याग पर नाटिका प्रस्तुत की जिससे प्रेरित हाेकर आचार्य प्रवर के मुखारविंद से लगभग सभी शिविरार्थियाें ने शाकाहार-मांसाहार की सम्मिलित हाेटल का त्याग स्वेच्छा से किया। गत दिवस जय जाप समिति के चेयरमैन शान्तिलाल चाेपड़ा के दिशा निर्देशन में करीब 10 घंटे का जय जाप का आयाेजन हुआ।
शनिवार काे प्रातः अहिंसा एवं पर्यावरण सुरक्षा का संदेश देने हेतु शिविरार्थियाें द्वारा फ्रीडम पार्क से अहिंसा एवं पर्यावरण सुरक्षा रैली का आयाेजन हाेगा आचार्यश्री पार्श्वचंद्रजी ने मांगलिक प्रदान किया एवं कई शिविरार्थियाें ने उपवास, एकासन, आयंबिल, बेला आदि के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। शिविर में जेपीपी जैन महिला फाउंडेशन, एलएन पुरम ने अपनी सेवाएं दीं।