रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने वायुसेना को ट्विन सीटर एलसीए तेजस सौंपा
उन्होंने बेंगलूरु में वायुसेना को एलसीए तेजस ट्विन सीटर सौंपने के समारोह को संबोधित किया
एलसीए तेजस के विकास ने भारत में मजबूत रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग के विकास को बढ़ावा दिया है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि एलसीए तेजस रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा का प्रतीक है। यह कार्यक्रम विदेशी विमानों पर देश की निर्भरता को कम करने की प्रतिबद्धता का शानदार उदाहरण रहा है और आत्मनिर्भर भारत के लिए आशा की किरण के रूप में कार्य करता है।
वे बुधवार को बेंगलूरु में भारतीय वायुसेना को एलसीए तेजस ट्विन सीटर सौंपने के समारोह को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि एलसीए तेजस कार्यक्रम निरंतर समर्पण और नवाचार की प्रेरक गाथा रहा है। इस विमान की शुरुआत वायुसेना को विश्व स्तरीय स्वदेशी लड़ाकू विमान से लैस करने के सपने में निहित थी।उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वाकांक्षी सपना था, लेकिन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए), डीआरडीओ लैब्स, सीईएमआईएलएसी, डीजीएक्यूए, पीएसयू, आईएएफ और अनगिनत अन्य संस्थानों के कर्मी और इस कार्यक्रम में योगदान देने वाले लोगों ने साबित कर दिया कि जब देशहित पहले आता है तो कुछ भी असंभव नहीं है।
एलसीए तेजस कार्यक्रम के महत्त्व को रेखांकित करते हुए मंत्री ने कहा कि देश ने अत्याधुनिक लड़ाकू विमान बनाने का आवश्यक ज्ञान प्राप्त किया और एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र भी विकसित और पोषित किया। एलसीए तेजस के विकास ने भारत में मजबूत रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग के विकास को बढ़ावा दिया है। इसने अनगिनत छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, अनुसंधान संस्थानों और कुशल श्रमिकों के लिए अवसर पैदा किए हैं, जिन्होंने इस परियोजना के विभिन्न पहलुओं में योगदान दिया है।
इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेकराम चौधरी, एचएएल के सीएमडी अनंतकृष्णन, एडीए के महानिदेशक डॉ. गिरीश एस देवधरे, सीईएमआईएलएसी के मुख्य कार्यकारी एपीवीएस प्रसाद, उप वायुसेना प्रमुख (डीसीएएस) एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित मौजूद थे।