विश्व धर्म संसद ने जैन आचार्य लोकेश मुनि को उद्घाटन समारोह में वक्ता के रूप में आमंत्रित किया
वे जलवायु परिवर्तन और विश्व शांति पर आयोजित अन्य दो सत्रों को भी संबोधित करेंगे
स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में विश्व धर्म संसद में भाग लेकर आध्यात्मिक जगत पर विशेष छाप छोड़ी थी
वॉशिंगटन/भाषा। विश्व धर्म संसद ने 14 अगस्त को होने वाले उद्घाटन समारोह में प्रख्यात जैन आचार्य लोकेश मुनि को बतौर वक्ता आमंत्रित किया है। एक मीडिया विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
शिकागो में होने वाले पांच दिवसीय कार्यक्रम में 80 देशों से करीब 10,000 प्रतिनिधि शामिल होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि यह विश्व में धार्मिक नेताओं का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा।विज्ञप्ति में अहिंसा विश्व भारती और वर्ल्ड पीस सेंटर के संस्थापक जैन आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि उन्हें विश्व धर्म संसद से एक ईमेल आया है, जिसमें उन्हें उद्घाटन समारोह में वक्ता के साथ-साथ अंतरधार्मिक सत्र में भी बतौर वक्ता आमंत्रित किया गया है।
इसके अलावा वे जलवायु परिवर्तन और विश्व शांति पर आयोजित अन्य दो सत्रों को भी संबोधित करेंगे।
स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में विश्व धर्म संसद में भाग लेकर आध्यात्मिक जगत पर विशेष छाप छोड़ी थी। उस समय जैन धर्म की ओर से वीरचंद राघवजी गांधी ने भाग लिया था।
शिकागो में होने वाले कार्यक्रम में कई अन्य भारतीय धार्मिक नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। इनमें विवेकानन्द केंद्र, कन्याकुमारी के उपाध्यक्ष रघुनाथ भिड़े भी शामिल हैं। भिड़े ने 15 किताबें लिखीं हैं। उन्हें वर्ष 2017 में समाजिक सेवा के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।