‘सेटिंग’ नहीं थी, इसलिए कोच नहीं बन पाया : सहवाग
‘सेटिंग’ नहीं थी, इसलिए कोच नहीं बन पाया : सहवाग
मुंबई। अपनी खरी बातों और चुटीली टिप्पणियों के लिए मशहूर हो चुके पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने टीम इंडिया का कोच नहीं बन पाने के कुछ समय बाद अपना दिल खोलते हुए कहा है कि उनकी ’’सेटिंग’’ नहीं थी इसलिए वह कोच नहीं बन पाए।सहवाग को टीम इंडिया के कोच पद की हो़ड में सबसे आगे माना जा रहा था। लेकिन कप्तान विराट कोहली की पसंद रवि शास्त्री टीम इंडिया के नए कोच बन गए। सहवाग ने कोच के मुद्दे पर आखिर अपना गुबार निकालते हुए कहा, देखिये मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि मेरी किसी से भी सेटिंग नहीं थी। जो भी कोच चुन रहे थे उनसे मेरी कोई सेटिंग नहीं थी। दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार रह चुके सहवाग ने इंडिया टीवी के साथ बातचीत में कोच के मुद्दे पर अपने दिल का राज खोला। सहवाग ने कहा, मैंने सोचा नहीं था। मेरे पास ऑफर आया था…बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी और डॉ. श्रीधर आए थे। उन्होंने आग्रह किया और मैंने अपना समय लिया। सहवाग ने कहा, मैंने समय लेने के बाद फिर इसके लिए आवेदन किया। विराट कोहली से भी मेरी बात हुई थी। वह भी यह कह रहे थे, तब जाकर मैंने आवेदन किया। अगर मुझसे पूछें कि मेरा मन था, तो मेरी दिलचस्पी बिल्कुल भी नहीं थी। सहवाग ने स्पष्ट किया कि वह आगे कभी कोच के लिए आवेदन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, मुझे लगा कि शायद वे आग्रह कर रहे हैं तो मुझे उनकी मदद करनी चाहिए। इसलिए मैंने आवेदन करने का फैसला किया। मैंने आवेदन करने के बारे में न सोचा था और न आगे कभी करूंगा। पूर्व ओपनर ने साथ ही कहा कि अगर रवि शास्त्री पहले आवेदन कर चुके होते तो वह भी आवेदन नहीं करतेे। उन्होंने कहा, जब इंग्लैंड में मैंने रवि से पूछा था कि आपने क्यों आवेदन नहीं किया तो उन्होंने कहा था कि मैं एक बार गलती कर चुका हूं, दोबारा नहीं करूंगा। अगर पता होता तो फिर शायद मेरी नौबत ही नहीं आती आवेदन करने की… मैं करता ही नहीं। टीम इंडिया से बाहर चल रहे मध्यक्रम के बल्लेबाजों युवराज सिंह और सुरेश रैना के लिए सहवाग ने कहा, युवराज-रैना के साथ अभी उम्र है। वे दोनों मध्यक्रम के लिए बेहद जरुरी हैं। बाकी सब खिला़डी युवा हैं। युवराज फिटनेस टेस्ट में भले ही १६ के आंक़डे तक नहीं पहुंचे हों, लेकिन उसके आसपास तो वह पहुंच रहे हैं। उन्हें आगे मौका मिलना ही चाहिए। इसी के साथ ही एक खिला़डी को सही समय पर संन्यास भी ले लेना चाहिए। पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के वर्ष २०१९ के विश्व कप में खेलने की संभावना पर सहवाग ने कहा, एमएस का प्रदर्शन हाल ही में बेहद शानदार रहा है। टीम को धोनी की जरुरत है उन्हें वर्ष २०१९ वर्ल्ड कप खेलना चाहिए।ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ १७ सितम्बर से शुरु हो रही एकदिवसीय सीरीज के लिए सहवाग ने कहा, टीम इंडिया को क़डी टक्कर मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया एक मजबूत टीम है। जब भी वे भारत आते हैं हम उन्हें हराना चाहते हैं। २०१० से ऑस्ट्रेलिया भारत में नहीं जीता है। हम उन पर बहुत भारी प़डे हैं। लेकिन ये वनडे क्रिकेट है। मैच कभी भी बदल जाता है। श्रीलंका जैसा नहीं होगा और ऑस्ट्रेलिया की टीम क़डी चुनौती देगी। सहवाग ने माना कि तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क का भारत ना आना ऑस्ट्रेलिया के लिए एक ब़डा झटका है। उन्होंने कहा, स्टार्क भारत दौरे पर नहीं आए हैं। वह ऐसे गेंदबाज हैं जो शुरुआत में बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। उनका ना आना ऑस्ट्रेलिया के लिए ब़डा झटका रहने वाला है। विराट कोहली अगर थके हुए नहीं हुए तो फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज में खूब रन बनाएंगे।भारतीय कप्तान विराट कोहली की तारीफ के साथ-साथ सहवाग ने एक वाक्ये का भी जिक्र किया जब उन्हें विराट पर जबरदस्त गुस्सा आ गया था। उन्होंने कहा, पर्थ में विराट ने दर्शकों की तरफ उंगली दिखाई जिसके बाद अंपायर ने उन पर जुर्माना लगाया। तब मुझे विराट पर बहुत गुस्सा आया। सहवाग ने कहा, मैं उन पर गुस्सा हुआ और मैंने उन्हें कहा कि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था। विराट ने उस मैच में रन बनाए थे। अगर उन पर एक मैच का बैन लग जाता तो हम मुश्किल में आ जाते। मैंने उन्हें समझाया था कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। पूर्व ओपनर ने साथ ही कहा कि विराट सचिन के रिकॉर्ड तो़ड सकते हैं और उनसे आगे भी निकल जाएंगे। उन्होंने कहा, हमने कभी नहीं सोचा था कि सचिन जैसा कोई बल्लेबाज आएगा। लेकिन विराट के आने के बाद सोच बदली। मेरे हिसाब से विराट सचिन से आगे निकल सकते हैं। अभी वह २८ साल के हैं और लगभग १० साल और क्रिकेट खेलेंगे। मुझे लगता है कि वह क्रिकेट के कई ब़डे रिकॉर्ड बनाएंगे और सचिन से आगे निकल सकते हैं।सहवाग ने अपने दिल की एक और बात सामने रखते हुए कहा, मैं अपना नाम बदलकर सचिन रखना चाहता हूं। मैं सचिन के आस पास भी नहीं हूं। उन्हें बहुत इज्जत मिलती है लोग उन्हें भगवान मानते हैं।