एमएस धोनी ग्लोबल स्कूल ने किया डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का आग़ाज़
धोनी बोले- युवाओं का जीवन बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी यह पहल
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। एमएस धोनी ग्लोबल स्कूल, बेंगलूरु ने अपने शोकेस स्कूल प्रोग्राम के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी की है। इसके तहत अगले एक साल में 1,000 शिक्षकों और 1,00,000 विद्यार्थियों को डिजिटल रूप से प्रशिक्षण देने के लिए 10 अक्टूबर को मेगा उद्घाटन कार्यक्रम का आग़ाज़ किया।
दिग्गज क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, जो इस स्कूल के मेंटर भी हैं, ने स्कूल का दौरा किया और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम की शुरुआत की।इस अवसर पर एमएस धोनी ग्लोबल स्कूल के संस्थापक और अध्यक्ष आर चंद्रशेखर, कॉरस्पान्डेंन्ट भुवनेश्वरी चंद्रशेखर, प्रशासन और संचालन निदेशक विनीत चंद्रशेखर, एचआर निदेशक दीप्ति और आईटी निदेशक विष्णु गौरव सेल्वराज ने धोनी का स्वागत किया।
इसके बाद एमएस धोनी और उन विद्यार्थियों के बीच संवाद हुआ, जो प्रसिद्ध क्रिकेटर के करिश्माई व्यक्तित्व से प्रेरित थे।
इस अवसर पर चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी के वास्ते स्कूलों को समग्र पर्यावरण पर विचार करना चाहिए और सीखने के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से समझना चाहिए।
डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम के बारे में टेक अवांत-गार्डे के सीईओ अली सैत ने कहा कि हम डिजिटल साक्षरता पर 1,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। वे आगे बढ़ेंगे और निजी और सरकारी स्कूलों में एक लाख छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा प्रमाणित किया जाएगा।
इसके बाद धोनी ने स्कूल परिसर का अवलोकन किया। उन्होंने विश्वास जताया कि डिजिटल साक्षरता पहल युवाओं के जीवन को प्रभावित करने और बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।