रेलटेल को दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन के 230 स्टेशनों पर आईपी टेलीकॉम संंबंधी सिस्टम का काम सौंपा गया
107.44 करोड़ रुपए है कीमत
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रेल मंत्रालय के अधीन मिनी रत्न एवं केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. को दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्ल्यूआर) जोन के 230 स्टेशनों पर आईपी टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित कन्वर्ज्ड कम्यूनिकेशन सिस्टम क्रियान्वित करने का काम सौंपा गया है। इसका मूल्य 107.44 करोड़ रुपए है। इस परियोजना के लिए रेलटेल को खुली निविदा बोली से चुना गया है। सभी पुरानी टाइम डिवीजन मल्टीप्लेक्सिंग (टीडीएम) आधारित प्रणालियों को बदल कर आधुनिक आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) दूरसंचार अवसंरचना प्रणाली को अपनाने की दक्षिण पश्चिम रेलवे की यह पहल अपनी प्रकार की प्रथम पहल है।
रेलवे ने बताया कि आईपी टेलीफोनी उन प्रौद्योगिकियों, उत्पादों और सेवाओं के लिए सामान्य शब्द है जो वॉयस कॉलिंग, वॉयस मेल, वीडियो कॉलिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, फैक्सिंग और इंस्टेंट मैसेजिंग (आईएम) आदि में सहायता के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल के पैकेट-स्विच कनेक्शन का उपयोग करते हैं। आईपी टेलीफोनी की कार्यप्रणाली में वॉयस कॉल, फैक्स और अन्य सूचनाओं को डिजिटल सिगनल में बदला जाता है। ये डिजिटल सिग्नल इंटरनेट, डेटा पैकेट के रूप में आईपी पैकेट-स्विच्ड कनेक्शन का उपयोग करते हुए आईपी नेटवर्क के माध्यम से यात्रा करते हैं। आईपी प्रौद्योगिकी में वॉयस फीचर्स को - जैसे वॉयस कॉल और वॉयस मेल आदि - को 'वॉयस ओवर आईपी (वीओआईपी)' कहा जाता है। परियोजना को 12 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।यह अत्याधुनिक आईपी इंफ्रास्ट्रक्चर रेलवे की सभी वर्तमान और भविष्य की कनेक्टिविटी आवश्यकताओं, जैसे यात्री आरक्षण प्रणाली, माल परिचालन सूचना प्रणाली, कोचिंग परिचालन सूचना प्रणाली, कॉशन आर्डर मैंनेजमेंट सिस्टम, पर्यवेक्षी कार्यालयों के लिए रेलनेट आदि और ट्रेन परिचालन की संरक्षा एवं दक्षता वर्धन के उद्देश्य संबंधी सभी भावी एप्लिकेशन्स को पूरा कर सकता है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने कहा, यह परियोजना रेलटेल की विशेषज्ञता के महत्व के काफी करीब है। हमें विश्वास है कि एसडब्ल्यूआर के कन्वर्ज्ड कम्यूनिकेशन नेटवर्क कार्य को पूरा करके उसे अन्य क्षेत्रीय रेलवे के लिए रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकेंगे। चूंकि रेलटेल राष्ट्रीय आईपी-एमपीएलएस बैकबोन को मैन्टेन करता है, इसलिए राष्ट्रीय आईपी-एमपीएलएस नेटवर्क के साथ एसडब्ल्यूआर नेटवर्क का एकीकरण सुचारू रूप से हो सकेगा।