छापों पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा
छापों पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा
चेन्नई। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने खिलाफ जांच के सिलसिले में आयकर अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहे हैं और दावा किया कि वह साबित कर देंगे कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मंत्री का बयान द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन द्वारा मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी से उन्हें बर्खास्त करने की मांग करने के एक दिन बाद आया है। आयकर अधिकारियों ने उनकी संपत्ति कुर्क की थी।द्रमुक की मांग को निंदनीय और पी़डादायी बताते हुए विजयभास्कर ने कहा, राजनैतिक प्रतिशोध की वजह से विधानसभा में विपक्ष के नेता भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और यह उनकी आदत बन गई है। मंत्री ने कहा कि स्टालिन ’’बेबुनियाद आरोप’’ लगा रहे हैं और समय उन्हें ’’सबक’’ सिखाएगा। स्टालिन ने कर चोरी की जांच के सिलसिले में आयकर विभाग द्वारा मंत्री की संपत्तियों की अस्थायी कुर्की के बाद यह मांग की थी। आयकर विभाग ने पुडुकोट्टई जिले में मंत्री की पत्थर की खदान और तकरीबन १०० एक़ड जमीन को जब्त किया था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन विभाग ने उनकी कुर्क संपत्तियों के पंजीकरण पर रोक लगा दी थी। द्रमुक नेता ने गुटखा घोटाला समेत अन्य आरोप भी मंत्री पर लगाए थे। विजयभास्कर ने यहां एक वक्तव्य में स्टालिन के दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा, मैं कर अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि उन्हें तीन बार तलब किया गया और सभी अवसरों पर वह कर कार्यालय में तत्परता से पहुंचे। उन्होंने कहा, मैं शीघ्र कानूनन साबित कर दूंगा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि पुडुकोट्टई जिले में कुर्क की गई जमीन वर्ष २००७ में उनके परिवार ने उस वक्त खरीदी थी जब अन्नाद्रमुक न तो सत्ता में थी और न ही वह विधायक थे और न ही वह किसी सार्वजनिक पद पर थे।