हमारा उद्देश्य गरीबी हटानाः पलानीस्वामी
हमारा उद्देश्य गरीबी हटानाः पलानीस्वामी
चेन्नई/दक्षिण भारत। मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने चेंगलपुर जिले के चेयूर में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि गरीबी हटाना उनकी महत्वाकांक्षा है।
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि ग्रामीण, शहरी और गरीब क्षेत्रों में किसानों, खेतिहर मजदूरों, गरीब और दलित लोगों को हम पक्के मकान उपलब्ध कराएंगे। यह हमारी महत्वाकांक्षी योजना है जिसे दीर्घकालिक योजना के रूप में लागू करेंगे।सीएम ने द्रमुक और उसके अध्यक्ष एमके स्टालिन को निशाने पर लेते हुए कहा कि समुद्री सीमाओं पर गतिरोध रोकने के लिए कलपक्कम और चेयूर इलाकों में बांध बनाए जाएंगे।
गौरतलब है कि स्टालिन ने कुछ दिन पहले सीएम पर स्वार्थी कारणों से दिल्ली दौरा करने का आरोप लगाया था जिसका खंडन करते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य तमिलनाडु के लिए कल्याणकारी योजनाओं हेतु आर्थिक सहायता की मांग करना था।
वे बोले, जब पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि जीवित थे तो स्टालिन अपने परिवार के सदस्यों के लिए मंत्री पद लेने के लिए दिल्ली जाते थे।
इसके बाद थिरूपोर में चुनाव प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री ने थेनी में स्टालिन द्वारा संबोधित एक ग्राम सभा की बैठक में उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के खिलाफ लगाए आरोपों का कड़ा विरोध किया।
उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अन्नाद्रमुक या उसके कैडर के नेताओं के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाते हैं तो यह उनका ओछापन दिखाता है। इससे बेहतर यह है कि आपको हमारे साथ एक सीधी राजनीतिक लड़ाई में शामिल होने का प्रयास करना चाहिए। इसलिए राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए निर्दोष लोगों पर बयानबाजी करने से बचें।
मालूम हो कि एडप्पडी में ग्राम सभा की बैठक आयोजित करने के बाद स्टालिन बुधवार को थेनी चले गए थे जहां उन्होंने उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के खिलाफ कुछ आरोप लगाए थे जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि स्टालिन को राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए इस तरह के सस्ते हथकंडों का सहारा नहीं लेना चाहिए।
इसके अलावा चुनावी रैली में मुख्यमंत्री ने यह भी वादा किया कि उन सभी किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा जिनकी फसलों का हाल के चक्रवातों और भारी बारिश में नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा, जब भी मैं खुद को एक किसान के रूप में संबोधित करता हूं तो स्टालिन हैरान हो जाते हैं जबकि मैं एक ऐसे परिवार से हूं जो परंपरागत रूप से कृषि से जुड़ा है। मैं खुद को किसान कहने में गर्व महसूस करता हूं।