नन से दुष्कर्म का आरोपी बिशप कोरोना पॉजिटिव पाया गया
नन से दुष्कर्म का आरोपी बिशप कोरोना पॉजिटिव पाया गया
जालंधर/तिरुवनंतपुरम/दक्षिण भारत। केरल नन दुष्कर्म मामले में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। बिशप की जमानत सोमवार को रद्द कर दी गई थी और हिरासत में लेने से पहले उसकी कोरोना जांच कराई गई।
जालंधर के सिविल अस्पताल में आरोपी बिशप का परीक्षण किया गया, वहां अधिकारियों ने उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की। अस्पताल के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 12 जुलाई को टेस्ट का परिणाम पॉजिटिव आया। यह उसका दूसरे टेस्ट का परिणाम था। उसके पहले टेस्ट का परिणाम नेगेटिव आया था।बिशप के निजी सचिव ने बताया कि आरोपी जब से एक कोरोना रोगी के संपर्क में आया, जालंधर के सिविल लाइंस स्थित बिशप होम में रूम क्वारंटीन में था।
बिशप की जमानत कोट्टायम के प्रधान सत्र न्यायालय द्वारा रद्द कर दी गई थी क्योंकि वह अब तक आयोजित सभी 14 सुनवाई के लिए अदालत में पेश होने में विफल रहा था। उसके वकील ने अदालत को बताया था कि बिशप सोमवार की सुनवाई में शामिल नहीं हो पाया क्योंकि वह इस मामले पर चर्चा करने के लिए जालंधर के एक वकील से मिला था और बाद में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
बिशप के वकील ने यह भी कहा कि वह पंजाब के जालंधर में एक कंटेनमेंट जोन में फंसा हुआ है। हालांकि, अदालत ने पाया कि यह सच नहीं है। सिविल लाइन्स इलाके में जहां बिशप निवास करता है, वह कंटेनमेंट जोन नहीं है। इसके बाद अदालत ने उसकी जमानत रद्द कर दी और आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया। मामले में अगली सुनवाई अगस्त में निर्धारित की गई है।
बता दें कि जालंधर डायोसीज के बिशप फ्रेंको पर आरोप है कि उसने साल 2014 से 2016 के बीच मिशनरीज ऑफ़ जीसस कॉन्वेंट कुरुविलांगड, कोट्टायम की एक 44 वर्षीया नन के साथ दुष्कर्म किया। उसे 21 सितंबर, 2018 को गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी पांच ननों द्वारा निरंतर विरोध के बाद हुई। हालांकि, अक्टूबर 2018 में उसे जमानत मिल गई थी।