बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बचाव के परामर्श जारी किए

बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बचाव के परामर्श जारी किए

सांकेतिक चित्र

नई दिल्ली/भाषा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण का बुजुर्गों को सर्वाधिक खतरा होने के मद्देनजर बचाव के लिए परामर्श जारी किए हैं। मंत्रालय द्वारा सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक सामने आए मौत के मामलों में उम्रदराज लोगों की काफी अधिक संख्या को देखते हुए बुजुर्गों के लिए परामर्श जारी किया गया है।

इसमें बताया गया है कि वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बुजुर्गों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इसमें कोरोना वायरस के संक्रमण का विश्वव्यापी दायरा बढ़ने के मद्देनजर मंत्रालय द्वारा जारी परामर्श में कहा गया है कि बुजुर्गों में उम्र की अधिकता के कारण शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता तुलनात्मक रूप से कम होने की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

परामर्श में उम्रदराज लोगों को संक्रमण से बचाव के सभी संभव उपाय अपनाते हुए घर पर ही नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी गई है। साथ ही घर पर रहते हुए भी संक्रमण का खतरा कम करने के लिए उन्हें नियमित अंतराल पर साबुन से हाथ और चेहरा धोने को कहा गया है।

घर से बाहर नहीं निकलने के परामर्श का सख्ती से पालन करते हुए बुजुर्गों को बाहर से आने वाले लागों से नहीं मिलने को कहा गया है। अगर आगंतुकों से मिलना अनिवार्य है तो कम से कम एक मीटर की दूरी बना कर मिलना सुरक्षित होगा। साथ ही परामर्श में बुजुर्गों को घर में बना ताजा पोषण युक्त आहार लेने के अलावा गर्म खाना खाने, बार-बार पानी पीने और नियमित तौर पर ताजे फलों का रस पीने की बात भी कही गई है।

इसमें उम्रदराज लोगों से पहले से चल रही दवाओं का नियमित रूप से सेवन करने और मोतियाबिंद, घुटना प्रत्यारोपण जैसी शल्य चिकित्सा को फिलहाल टालने का परामर्श भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि बुजुर्गों को बुखार, जुकाम या सांस लेने में तकलीफ की समस्या होने पर तत्काल निकटतम चिकित्सा सेवा का लाभ लेने की जरूरत है। इसमें बुजुर्गों को खांसी या छींक आने पर चेहरे को सीधे हाथों से न ढंकने की सलाह देते हुए जुकाम, खांसी या बुखार से पीड़ित लोगों के पास नहीं जाने को को भी कहा गया है।

परामर्श में बुजुर्गों से किसी मर्ज की खुद दवा लेने से बचने और नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल जाने के बजाय ऑनलाइन चिकित्सा सेवा (टेलीमेडिसिन) का लाभ उठाकर चिकित्सा परामर्श लेने का सुझाव दिया गया है। साथ ही पार्क, बाजार और धार्मिक स्थलों जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचते हुए अत्यंत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाने का परामर्श दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जारी देशव्यापी बंदी (लॉकडाउन) के दौरान मंत्रालय द्वारा लोगों को समय—समय पर परामर्श जारी किए जा रहे हैं। बुजुर्गों में इस वायरस के संक्रमण के ज्यादा खतरे को देखते हुए मंत्रालय ने उम्रदराज लोगों के लिए अलग से परामर्श जारी किए हैं।

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