केजरीवाल के ‘पाक से युद्ध’ बयान पर भाजपा का पलटवार- सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत आपने ही मांगे थे!

केजरीवाल के ‘पाक से युद्ध’ बयान पर भाजपा का पलटवार- सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत आपने ही मांगे थे!
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान के बाद पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘युद्ध के समय ऐसे ही कहेंगे क्या कि राज्य अपना-अपना देख लें? कल अगर पाकिस्तान भारत से युद्ध करता है तो यह थोड़ी कहेंगे कि सारे राज्य अपना-अपना देख लें। उप्र वाले अपना टैंक खरीद लें और दिल्ली वाले अपने हथियार खरीद लें!’
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमने दो बार टीवी पर अरविंद केजरीवालजी को देखा है और दोनों ही बार वो झूठ, भ्रम और क्रेडिट की राजनीति करते हुए नजर आए। मुझे लगता है कि इस प्रकार कि इस प्रकार की राजनीति अभी नहीं होनी चाहिए।संबित पात्रा ने कहा कि करीब 20 करोड़ वैक्सीन केंद्र सरकार ने तमाम राज्यों को मुहैया करा दी है। दिल्ली में आज भी 1.5 लाख से अधिक वैक्सीन मौजूद हैं। केजरीवालजी, आप इसका प्रबंधन करिए। लेकिन हर दिन दो-तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस पर राजनीति न कीजिए।
संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवालजी ने कुछ समय पहले खुद कहा था कि दिल्ली को स्वतंत्र रहने दीजिए, हम पूरी दिल्ली में तीन महीने में टीकाकरण कर लेंगे। जब आपको स्वतंत्रता दी जाती है तो आप कहते हैं कि हमें वैक्सीन उपलब्धता पर स्वतंत्रता क्यों दी जाती है, यह तो केंद्र का विषय है।
संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवालजी, आप कहते हैं कि यह युद्ध की स्थिति है, इसमें कोई दो मत नहीं है। कोरोना से लड़ाई में पहली वेव भी युद्ध की परिस्थिति थी और दूसरी वेव भी। पहली बार भी हिंदुस्तान इस युद्ध में जीता था और दूसरी वेव में भी हम जीतेंगे।
संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवालजी, आपने कहा कि जब पाकिस्तान से युद्ध होगा कि क्या उप्र अपने टैंक और दिल्ली न्यूक्लियर बम बनाएगा। दुख तो इस विषय का है कि सर्जिकल स्ट्राइक होती है, तो उस समय भी आप कहां राजनीति करने से चूकते हैं, उस समय भी आप सबूत मांगते हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि कल केजरीवालजी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन प्लांट की वे व्यवस्था कर रहे हैं। अस्पतालों में बेड की व्यवस्था कर रहे हैं। जब दूसरी लहर आई तब केजरीवालजी ने ऐसा क्यों नहीं किया?