जब से तृणकां सत्ता में आई है, प. बंगाल में औद्योगीकरण में गिरावट जारी है: भाजपा

प्रदेश भाजपा ने औद्योगीकरण की स्थिति पर पुस्तिका जारी की

Photo: SamikBJP FB Page

कोलकाता/दक्षिण भारत। भाजपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से औद्योगीकरण में गिरावट जारी है।

प्रदेश भाजपा ने औद्योगीकरण की स्थिति पर एक पुस्तिका जारी की, जिसका नाम 'पश्चिम बंगाल: औद्योगीकरण का कब्रिस्तान' है, में जोर दिया गया कि इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता राज्य में लाभकारी रोजगार पैदा करने के लिए बड़े उद्योग स्थापित करना है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि बड़े औद्योगिक घराने पश्चिम बंगाल छोड़ चुके हैं, जिससे राज्य के औद्योगीकरण की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के सिंहपुर और नंदीग्राम में घटनाओं का क्रम पूरे देश के उद्योगपतियों को गलत संदेश देकर गया है।

उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल में फिर से इंडस्ट्री लगाने का एकमात्र समाधान बड़ी इंडस्ट्री लगाना है। किसानों से ली गई ज़मीन के बदले, उस ज़मीन पर बनने वाली यूनिट्स में उन्हें मालिकाना हक दिया जाना चाहिए।'

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि साल 2015 से कोलकाता में हो रहे बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट एक 'फ्लॉप शो' रहे हैं।
    
अधिकारी ने आरोप लगाया, 'इन समिट को आयोजित करने में जो लागत आती है, वह उन फायदों से कहीं ज़्यादा है जो असल में ज़मीन पर होने वाले निवेश के मामले में पश्चिम बंगाल को मिलने वाले थे।'

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का अंदरूनी कर्ज़ बहुत ज़्यादा बढ़ गया है और राज्य को ऊपर उठाने के लिए बड़ी इंडस्ट्रीज़ लगाना ही एकमात्र समाधान है।

अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल को जो बड़े निवेश मिले हैं, वे केंद्र सरकार के उपक्रमों द्वारा किए गए हैं, चाहे वे एयरपोर्ट, रेलवे, बंदरगाह, सड़कें हों या पेट्रोलियम सेक्टर।

पश्चिम बंगाल सरकार राज्य की औद्योगिक प्रगति को दिखाने के लिए 18 दिसंबर को शहर में एक बिज़नेस कॉन्क्लेव आयोजित करेगी।

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