कोलकाता/दक्षिण भारत। यहां सॉल्ट लेक स्टेडियम में अर्जेंटीना के फुटबॉल आइकन लियोनेल मेसी के कार्यक्रम के दौरान मची अफरा-तफरी के एक दिन बाद, पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने रविवार को मौके पर जाकर खुद जायजा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि बोस ने मुख्य सचिव मनोज पंत और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर घटना के आकलन के तहत स्टेडियम के अलग-अलग हिस्सों का जायजा लिया।
शनिवार को सॉल्ट लेक स्टेडियम में बोस को प्रवेश नहीं मिला था, क्योंकि वेन्यू पर अफरा-तफरी और भीड़ की वजह से मेसी का कार्यक्रम खराब हो गया था। जब वे वहां पहुंचे तो उन्होंने गेट बंद पाए और स्टेडियम की लाइटें भी बंद थीं।
बोस ने प्रवेश न दिए जाने को राज्यपाल के संवैधानिक पद का अपमान बताया और अधिकारियों से जवाब मांगा था।
उन्होंने कहा कि मैं जगह देखे बिना कभी रिपोर्ट नहीं लिखता। मेरी रिपोर्ट आधी तैयार है। मैं खुद देखना चाहता हूं कि ग्राउंड ज़ीरो पर क्या होता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे अधिकारियों को गेट खोलने का एक और मौका देंगे।
क्या प. बंगाल अपने राज्यपाल के साथ इसी तरह पेश आता है? बोस ने कहा कि राज्यपाल कोई रबर स्टैंप नहीं हैं। उन्होंने इस घटना को एक संवैधानिक अथॉरिटी का भयानक अपमान बताया।
बोस ने कहा था कि वे रविवार को स्टेडियम का फिर से दौरा करेंगे और इस मुद्दे की गहराई से जांच करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह कोई व्यक्तिगत अपमान नहीं है, यह राज्यपाल के संवैधानिक पद का अपमान है ... अगर कोई जानबूझकर राज्य के संवैधानिक प्रमुख से सच छिपाने की कोशिश करता है, तो वह गलतफहमी में है।
उन्होंने कहा कि अगर राज्यपाल से सच छिपाया जा सकता है तो शायद यह तो बस शुरुआत है। मैं निश्चित रूप से इसकी पूरी गहराई तक जांच करूंगा और सच सामने लाऊंगा।