सुवेंदु अधिकारी ने मेसी के कार्यक्रम में हुई गड़बड़ की न्यायिक जांच कराने की मांग की

'पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी सरकार द्वारा किए गए इस सार्वजनिक धोखे को नहीं भूलेगा'

Photo: @SuvenduWB X account

कोलकाता/दक्षिण भारत। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर यहां सॉल्ट लेक स्टेडियम में फुटबॉलर लियोनेल मेसी के एक कार्यक्रम के दौरान 'प्रशासनिक अक्षमता' और 'नागरिकों के सार्वजनिक अपमान' की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है।

अपने पत्र में अधिकारी ने आरोप लगाया कि पब्लिक फंड से बना स्टेडियम सियासी एलीट के लिए 'प्राइवेट दरबार' में बदल दिया गया है, जिससे टिकट खरीदने वाले दर्शकों को अपमान और परेशानी का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए, जिसने एक सार्वजनिक कार्यक्रम को निजी लूट में बदल दिया। युवा भारती क्रीड़ांगन में हज़ारों बंगाली फुटबॉल फैंस को बेइज्ज़ती झेलनी पड़ी। उन्होंने लियोनेल मेस्सी की एक झलक पाने के लिए महंगी टिकटों के लिए भारी कीमत चुकाई, लेकिन इसके बजाय उन्हें मवेशियों की तरह ठूंस दिया गया और उन्होंने बेबसी से देखा कि मंत्रियों के काफिले ने इवेंट को हाईजैक कर लिया, नज़ारे रोक दिए और मैदान को अपने खास वीआईपी दरबार में बदल दिया।

अधिकारी ने कहा कि यह तोड़फोड़ कोई हादसा नहीं था, यह प. बंगाल खेलकूद विभाग, राज्य सरकार के मंत्रियों, सत्ताधारी पार्टी के विधायकों, नेताओं, उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों, पुलिस और एक मिलीभगत वाली पुलिस फोर्स द्वारा प्लान की गई गैर-कानूनी हरकत थी।

इससे भी बुरा, मुख्यमंत्री की 'जांच समिति' एक दिखावा है, जिसमें जांच के दायरे में आए नौकरशाह शामिल हैं, जिनमें मुख्य सचिव भी हैं। यह पूरी तोड़फोड़ और कुप्रबंधन पर पर्दा डालने की कोशिश है और आखिरकार इससे जनता का भरोसा खत्म हो जाएगा।

अधिकारी ने कहा कि इसलिए, मैंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से इस सरकार से स्वतंत्र, कलकत्ता उच्च न्यायालय के मौजूदा जज की अगुवाई में एक सच्ची जांच कराने की अपील की है। मुझे उम्मीद है कि राज्यपाल, लोगों का भरोसा बहाल करने के लिए ज़रूरी कदम उठाएंगे। पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी सरकार द्वारा किए गए इस सार्वजनिक धोखे को नहीं भूलेगा।

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