नई अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा- 'क्या से क्या हो गया...'

33 पन्नों की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को व्हाइट हाउस द्वारा जारी किया गया है

Photo: IndianNationalCongress FB Page

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि यह पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी रवैए में एक महत्त्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है और साल 2017 के डोनाल्ड ट्रंप-युग के रणनीतिक दस्तावेज़ में की गई उस स्पष्ट आलोचना से बचता है, जिसमें इस्लामाबाद पर अमेरिका के साझेदारों को निशाना बनाने वाले आतंकियों को समर्थन देने का खुला आरोप लगाया गया था।

विपक्षी पार्टी ने यह भी संकेत किया कि दस्तावेज़ में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को दोहराया गया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे 'भयावह संघर्ष' को सुलझा दिया था।

कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 33 पन्नों की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को अभी-अभी व्हाइट हाउस द्वारा जारी किया गया है।
 
रमेश ने कहा, 'दस्तावेज़ की प्रस्तावना में राष्ट्रपति ट्रंप अपने इस दावे को दोहराते हैं कि उन्होंने ‘भारत और पाकिस्तान के बीच भड़क रहे संघर्ष’ को सुलझा दिया। यही दावा पृष्ठ 8 पर भी दोहराया गया है।'

उन्होंने दावा किया कि साल 2025 की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति पाकिस्तान के प्रति अमेरिका के रुख में भी एक महत्त्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है।

रमेश ने कहा, 'यह उस स्पष्ट आलोचना से बचती है जो साल 2017 के ट्रंप-युग की रणनीति दस्तावेज़ की पहचान थी, जिसमें पाकिस्तान पर अमेरिका के साझेदारों को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों का समर्थन करने का खुला आरोप लगाया गया था, कड़ा आतंकवाद-विरोधी कदम उठाने की मांग की गई थी और इस्लामाबाद से इसके परमाणु शस्त्रागार के जिम्मेदार प्रबंधन को प्रदर्शित करने के लिए कहा गया था। नई रणनीति में इस तरह के कोई भी उल्लेख नहीं हैं।'

उन्होंने कहा, 'क्या से क्या हो गया, बेवफा तेरी दोस्ती में!'

कांग्रेस के महासचिव ने दस्तावेज़ के स्क्रीनशॉट भी साझा किए, जिनमें मई में भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने के ट्रंप के दावों का उल्लेख किया गया है।

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