प. बंगाल में एसआईआर की योजना के पीछे अमित शाह हैं: ममता बनर्जी

12 दिसंबर से तृणकां ‘मे आई हेल्प यू’ कैंप शुरू करेगी

Photo: MamataBanerjeeOfficial FB Page

मालदा/दक्षिण भारत। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव से महीनों पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआत को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर इस प्रक्रिया को 'चालाकी से पश्चिम बंगाल पर कब्ज़ा करने' और मतदाताओं को अस्थिर करने के लिए 'संगठित' करने का आरोप लगाया।

मालदा के गज़ोले में एसआईआर विरोधी रैली को संबोधित करते हुए, ममता बनर्जी ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा ने 'बंगाल की धड़कन को गलत समझा' और जल्दबाजी में प्रक्रिया को लागू करने के कारण 'अपनी ही क़ब्र खुद खोद ली'।

उन्होंने आरोप लगाया, 'अमित शाह चुनावों से ठीक पहले एसआईआर लागू करने की इस योजना के पीछे हैं।'

बनर्जी ने कहा, 'वे किसी भी कीमत पर प. बंगाल पर कब्ज़ा करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इसका सटीक जवाब मिलेगा। भाजपा ने मतदाता संशोधन प्रक्रिया के राजनीतिक प्रभाव का गलत आकलन किया है। प. बंगाल में एसआईआर लागू करके भाजपा ने खुद की क़ब्र खोद ली है।

उन्होंने कहा कि  प. बंगाल और बिहार एक समान नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि तृणकां इस प्रक्रिया का विरोध नहीं कर रही है, बल्कि इसे संपन्न करने के लिए उचित समय देना चाहिए। आप सिर्फ भाजपा के राजनीतिक एजेंडे की सेवा के लिए चीज़ों को जल्दबाजी में नहीं कर सकते।

ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि 12 दिसंबर से तृणकां पूरे राज्य में ‘मे आई हेल्प यू’ कैंप शुरू करेगी, ताकि इस महीने के अंत में एसआईआर सुनवाई शुरू होने पर लोगों की मदद की जा सके।

उन्होंने कहा, 'हमें भाजपा से हिंदुत्व सीखने की ज़रूरत नहीं है।' उन्होंने सूनाली खातून के मामले का भी ज़िक्र किया, जो अपने आठ साल के बेटे के साथ बांग्लादेश भेज दी गई थी। 

About The Author: News Desk