नई दिल्ली/दक्षिण भारत। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने मंगलवार को कहा कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना की आक्रामक तैनाती के चलते पाकिस्तानी नौसेना को अपने बंदरगाहों के पास ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।
अपनी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडमिरल त्रिपाठी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ हुए टकराव के बाद पिछले सात–आठ महीनों में भारतीय नौसेना ने उच्च स्तरीय परिचालन तैयारियां बनाए रखीं, जिसमें पश्चिमी अरब सागर भी शामिल है।
नौसेना प्रमुख ने बिना विस्तार में गए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आक्रामक तैनाती और त्वरित कार्रवाई, जिसमें कैरियर बैटल ग्रुप की तैनाती भी शामिल थी, ने पाकिस्तानी नौसेना को अपने बंदरगाहों के पास या मकरान तट के निकट रहने के लिए मजबूर कर दिया।'
नौसेना प्रमुख ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान पर आर्थिक दबाव बढ़ा है, क्योंकि टकराव के बाद काफ़ी संख्या में व्यापारी जहाज़ पाकिस्तान की यात्रा करने से बच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जाने वाले जहाज़ों के बीमा की लागत भी बढ़ गई है।