बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने रविवार को इशारा किया कि राज्य में नेतृत्व बदलने और 'दलित सीएम' की मांग के बीच वे भी मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री बदलने के मुद्दे पर पार्टी के अंदर भ्रम की खबरों को कम करने की कोशिश करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान से किसी ने भी अब तक इस मामले पर बात नहीं की है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी से बात करने के बाद नेतृत्व में बदलाव का फैसला करेंगे, जो अभी विदेश में हैं।
नवंबर में कांग्रेस सरकार के पांच साल का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद, राज्य में मुख्यमंत्री बदलने के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोग इसे 'नवंबर क्रांति' कह रहे हैं और साल 2023 में सिद्दरामय्या और डीके शिवकुमार के बीच कथित 'पावर-शेयरिंग' समझौते का हवाला दे रहे हैं।
सरकार ने 20 नवंबर को ढाई साल पूरे कर लिए।
परमेश्वर ने सीएम पद की दौड़ में होने के सवाल के जवाब में कहा, 'मैं हमेशा दौड़ में रहता हूं, यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। मैं साल 2013 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष था, हम कांग्रेस सरकार को (साल 2013 के विधानसभा चुनावों में) सत्ता में लाए थे। मैंने कभी इसका क्रेडिट अकेले नहीं लिया। मैं उस चुनाव में हार गया था। अगर मैं जीत जाता, तो क्या होता, मुझे नहीं पता।'
उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, 'मैं उस समय दौड़ में था, ज़ाहिर है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी में एक परंपरा है जहां पीसीसी अध्यक्ष को अक्सर (सीएम बनने का) मौका दिया जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसका पालन नहीं किया जाता।'
यह पूछे जाने पर कि क्या वे नेतृत्व में बदलाव होने पर हाईकमान से अपने बारे में विचार करने के लिए कहेंगे, परमेश्वर ने कहा, 'ऐसी स्थिति आने दीजिए, ऐसी स्थिति अभी नहीं आई है।'