बांग्लादेश पर मंडरा रहा बड़े भूकंप का खतरा, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

भूकंप से अब तक कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई

Photo: Google Map

ढाका/दक्षिण भारत। बांग्लादेश में आए भूकंप से अब तक कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। विशेषज्ञों ने बांग्लादेश सरकार से तुरंत राहत पहुंचाने और जरूरी कदम उठाने की अपील की है। साथ ही, चेतावनी दी है कि आगे और भी ज़्यादा तेज़ झटके आ सकते हैं। अगर अभी कदम नहीं उठाए गए तो और ज़्यादा नुकसान हो सकता है।

शुक्रवार सुबह 5.7 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया, जिससे कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और इमारतों को काफी नुकसान हुआ। ज़्यादातर इमारतें बांग्लादेश के बीच के हिस्सों में थीं, जिसमें राजधानी ढाका भी शामिल है। शनिवार को भी देश में हल्की तीव्रता के तीन झटके महसूस किए गए।

रविवार को एक बांग्लादेशी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार के भूकंप ने ढाका की कमज़ोरी को सामने ला दिया है।

ढाका जिला प्रशासन ने कम से कम 14 इमारतों को नुकसान की पुष्टि की है, जबकि राजधानी उन्नयन कार्त्रिपक्खा (राजुक) ने यह आंकड़ा 50 से अधिक बताया है। अधिकारियों ने कहा कि जांच जारी रहने पर संख्या बढ़ सकती है।

अखबार ने राजुक के चेयरमैन एमडी रियाजुल इस्लाम के हवाले से कहा, 'हम अभी भी काम कर रहे हैं। कई और इमारतों की पहचान की जाएगी।'

प्लानिंग से लेकर कंस्ट्रक्शन तक कम्प्लायंस की मॉनिटरिंग के लिए ज़िम्मेदार एजेंसी राजुक को लंबे समय से ठीक से निगरानी न कर पाने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

बांग्लादेश अर्थक्वेक सोसाइटी के उपाध्यक्ष प्रोफेसर मुनाज अहमद नूर ने कहा कि राजुक हमेशा किसी बड़ी घटना के बाद जागती है। 

उन्होंने बांग्लादेश नेशनल बिल्डिंग कोड का सख्ती से पालन करने पर ज़ोर दिया और कहा कि पहले इसे लागू करने में हुईं गलतियों की वजह से कई इमारतें कमज़ोर हो गई थीं। नूर ने कहा कि गलतियां अक्सर डिज़ाइन में नहीं, बल्कि इसे लागू करते समय होती हैं, जैसे सही ड्राइंग के बावजूद मज़बूती को गलत जगह पर लगाना।
 
बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफ़ेसर मेहेदी अहमद अंसारी ने कहा कि क्षतिग्रस्त बिल्डिंग्स की तुरंत जांच होनी चाहिए और जोखिम के हिसाब से उन्हें प्राथमिकता देनी चाहिए।

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