जो विज़न लेकर चलते हैं, वे आगे देखते हैं: अखिलेश यादव

'विज़न इंडिया: स्टार्टअप समिट' में बोले उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री

डॉ. राजीव राय ने अखिलेश यादव को दूरदर्शी नेता बताया

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को यहां ताज बेंगलूरु में आयोजित 'विज़न इंडिया: स्टार्टअप समिट’ को संबोधित किया। उन्होंने दोपहर को सुपर सेशन में स्टार्टअप के महत्त्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। 

सांसद एवं स्टार्टअप समिट के मुख्य समन्वयक डॉ. राजीव राय ने अखिलेश यादव को दूरदर्शी नेता बताते हुए उनका स्वागत किया। उन्होंने अखिलेश के कार्यकाल में तकनीक की मदद से लोगों के जीवन में आए सकारात्मक बदलावों के बारे में भी बताया। 

सुपर सेशन में अखिलेश यादव ने कहा कि हर समस्या का समाधान स्टार्टअप में है। आज लोगों के सामने कई समस्याएं हैं। हमें स्टार्टअप के जरिए उनका समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने हमारा भविष्य बनाया है। मुझे खुद को उभरने का मौका दिया। मैंने यहां से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी।

यहां आकर बहुत कुछ सीखा था

अखिलेश यादव ने कहा कि एक सामान्य जीवन में जो तकलीफ-परेशानियां होती हैं, उनका सामना कर यहां पढ़ाई की थी। उस समय ऑटोरिक्शा और बस से सफर करते थे। होस्टल में रहकर कर्नाटक के लोगों की भाषा और सामाजिक परिवेश को समझा था। उत्तर प्रदेश से यहां आकर बहुत कुछ सीखा था।

अखिलेश यादव ने कहा कि कर्नाटक स्टार्टअप का हब है। हमें यहां बहुत सपोर्ट मिल सकता है। उत्तर प्रदेश आबादी में सबसे बड़ा है। हमारे यहां प्रोफेशनल बहुत हैं। इंजीनियर काफी निकल रहे हैं। हमारे यूथ को जॉब्स की जरूरत है।

हमारा विज़न पॉजिटिव है

अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे (महागठबंधन) जॉब्स देना चाहते थे, बिहार को विकास के पथ पर आगे लेकर जाना चाहते थे। हमारा जो विज़न है, वह पॉजिटिव है। जो दूसरी तरफ लोग (राजग) थे, वे डिविजन की बात ज्यादा कर रहे थे, पुरानी बात ज्यादा कर रहे थे। वे पीछे मुड़कर देखते थे। जो विज़न लेकर चलते हैं, वे आगे देखते हैं। जो डिविजन की बात करते हैं, वे पीछे मुड़कर देखते हैं। 

उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की पहचान थी कि यहां सब मिलकर साथ रहते हैं। हमारे देश की, हिन्दुस्तानियत की जो पहचान थी, वह भाईचारे और आपस में मोहब्बत की थी। हम त्योहारों पर एक-दूसरे से गले मिलते थे, मिठाई खिलाते थे। डिविजन की पॉलिटिक्स वो (राजग) कर रहे हैं। यह 'विज़न इंडिया’ डिविजन की पॉलिटिक्स को खत्म करता है। यह हमारी प्रोग्रेसिव, पॉजिटिव पॉलिटिक्स और समावेशी पॉलिटिक्स है।

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