पटना/दक्षिण भारत। बिहार में सत्तारूढ़ राजग के खिलाफ अपने बयानों के लिए चर्चा में रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह को शनिवार को भाजपा से पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया गया।
उन्हें राज्य भाजपा मुख्यालय द्वारा निलंबन आदेश दिया गया है। उनसे यह भी पूछा गया है कि उन्हें पार्टी से क्यों न निष्कासित कर दिया जाए।
एक भाजपा नेता ने बताया कि इसी तरह की कार्रवाई में पार्टी ने एमएलसी अशोक कुमार अग्रवाल और उनकी पत्नी एवं कटिहार की मेयर उषा अग्रवाल को भी निलंबित कर दिया है।
दंपत्ति ने अपने बेटे सौरभ के लिए प्रचार किया था, जो विकासशील इंसान पार्टी के टिकट पर कटिहार विधानसभा सीट से भाजपा विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे।
नौकरशाह से राजनेता बने आरके सिंह, जो केंद्रीय गृह सचिव के पद से सेवानिवृत्त होने के कुछ महीनों बाद साल 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे, वे बिहार के उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्य भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी जैसे नेताओं की आपराधिक मामलों में कथित संलिप्तता के लिए आलोचना करते रहे हैं।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में वे लगातार तीसरी बार अपनी आरा लोकसभा सीट बचाने में असफल रहे थे। आरके सिंह ने भागलपुर में बिजली संयंत्र स्थापित करने के लिए अडाणी समूह के साथ राज्य सरकार द्वारा किए गए 'सौदे' की भी आलोचना की है।