कोलकाता/दक्षिण भारत। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर भाजपा साल 2026 का विधानसभा चुनाव जीतती है, तो वह राज्य में निवेश के लिए टाटा समूह को वापस लाएगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर अगले साल राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो 'रिश्वतखोरी और भ्रष्ट बिचौलिए नहीं होंगे'।
सुवेंदु अधिकारी ने अक्टूबर 2008 में टाटा मोटर्स के सिंगूर छोड़ने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, 'मैं वादा करता हूं कि अगर साल 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता में आती है तो टाटा समूह बंगाल में बड़े पैमाने पर निवेश करेगा और उसे इस तरह से अचानक यहां से नहीं जाना पड़ेगा।'
बर्दवान शहर में पार्टी की एक रैली में बोलते हुए अधिकारी ने दावा किया कि सिंगूर में टाटा समूह की ऑटोमोबाइल परियोजना से बाहर निकलने की घोषणा करते हुए रतन टाटा ने कहा था कि 'बंगाल छोड़ने के लिए प्रतीकात्मक रूप से उनके सिर पर ट्रिगर लगाया गया था।'।
भाजपा नेता ने दावा किया, 'तत्कालीन टाटा समूह के चेयरमैन ने कहा था कि वे 'बुरे एम' को छोड़कर 'अच्छे एम' की ओर जा रहे हैं। उन्होंने ममता बनर्जी और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्रमश: बुरे और अच्छे एम के रूप में इंगित किया था।'
अधिकारी ने कहा, 'हम पारदर्शी तरीके से ओएमआर शीट के माध्यम से रोजगार सुनिश्चित करेंगे। कोई रिश्वतखोरी और भ्रष्ट बिचौलिए नहीं होंगे। राज्य पर 8 लाख करोड़ का कर्ज है, 2.15 करोड़ बेरोजगार हैं, 60 लाख प्रवासी मजदूर हैं। ये सब अतीत की बातें होंगी और बंगाल आर्थिक प्रगति के तेज रास्ते पर होगा।'
तृणकां पर अवैध घुसपैठियों की मदद करने के लिए एसआईआर का विरोध करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने कहा, 'एसआईआर अभ्यास के बाद तृणकां द्वारा अवैध रूप से मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड दिए गए सभी बांग्लादेशी और म्यांमार के लोगों का पता लगाया जाएगा, उन्हें हिरासत में लिया जाएगा और निर्वासित किया जाएगा।'