बनमनखी/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार के बनमनखी, पूर्णिया में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में दो खेमे लगे हैं- एक ओर बिखरा हुआ ठगबंधन है और दूसरी ओर पांच पांडवों की तरह राजग है। आधे बिहार ने वोट डाल दिए हैं। पहले चरण के मतदान में लालू और राहुल की पार्टी का सूपड़ा साफ हो चुका है। बिहार में 160 से ज्यादा सीटों के साथ राजग की सरकार बनने वाली है। मोदी और नीतीश के नेतृत्व में बिहार बहुत आगे बढ़कर एक विकसित राज्य बनने जा रहा है।
अमित शाह ने पूछा कि यहां से घुसपैठियों को निकालना चाहिए या नहीं निकालना चाहिए? अभी-अभी राहुल गांधी और लालू का बेटा 'घुसपैठिया बचाओ' यात्रा लेकर निकले थे। वे चाहते हैं कि सीमांचल घुसपैठियों का गढ़ बने। मैं आज सीमांचल की भूमि से कहकर जाता हूं कि हम बिहार से एक-एक घुसपैठिए को निकालने का काम करेंगे।
अमित शाह ने कहा कि ये घुसपैठिए हमारे युवाओं की नौकरी छीन लेते हैं, गरीबों के राशन में हिस्सेदारी लेते हैं और देश को भी असुरक्षित करते हैं। मैं आज सीमांचल के पूर्णिया में, बनमनखी में कहकर जाता हूं कि हम न केवल घुसपैठियों को निकालेंगे, बल्कि उन्होंने जो अतिक्रमण किया है, उनको भी पूरा जमींदोज करके सीमांचल की भूमि से मुक्त कराएंगे।
अमित शाह ने कहा कि लालू-राबड़ी के राज में यहां दिनदहाड़े एमएलए की हत्या होती थी। लूट, हत्या, फिरौती, अपहरण ... इसकी इंडस्ट्रीज चलती थी। लेकिन अब नीतीश कुमार ने जंगलराज को समाप्त कर दिया है। जंगलराज भेष बदलकर, कपड़े बदलकर और चेहरा बदलकर फिर से आने की कोशिश कर रहा है। इसलिए आपका एक-एक बटन जंगलराज को फिर आने से रोकने का काम करेगा।
अमित शाह ने कहा कि लालू की पार्टी ने सिवान में शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को टिकट दिया है और टिकट देते समय लालू के बेटे ने नारा लगाया कि 'शहाबुद्धीन अमर रहे'। लेकिन सुन लें तेजस्वी बाबू ... इस बिहार की भूमि पर, सिवान की भूमि पर कोई ओसामा और शहाबुद्दीन की जगह नहीं बची है।
अमित शाह ने कहा कि साढ़े 500 साल पहले बाबर ने प्रभु श्रीराम का मंदिर तोड़ा था। तब से, पहले मुगलों ने अटकाया, फिर अंग्रेजों ने अटकाया, फिर कांग्रेसियों ने अटकाया और लालू यादव ने अटकाया।
अमित शाह ने कहा कि जब साल 2019 में आपने मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाया तो उन्होंने भूमिपूजन किया और साल 2024 में प्राण प्रतिष्ठा करके 'जय श्रीराम' कर दिया। सीता माता बिहार की बेटी हैं। अब सीतामढ़ी में भी माता सीता के मंदिर की नींव पड़ गई है। भूमिपूजन हो गया है, ढाई साल के अंदर ही यहां सीता माता का भव्य मंदिर बनने वाला है।