अररिया/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के अररिया में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर खूब प्रहार किए। उन्होंने कहा कि आज बिहार को विकसित बनाने के लिए पहले चरण का मतदान हो रहा है।
सोशल मीडिया पर बिहार के अलग-अलग कोनों से शानदार तस्वीरें आ रही हैं। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं। माताएं-बहनें-बेटियां वोट के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकल रही हैं। बिहार के नौजवानों में भी अभूतपूर्व उत्साह है। मैं सभी मतदाताओं का अभिनंदन करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरे बिहार से एक ही आवाज आ रही है- फिर एक बार राजग सरकार, फिर एक बार सुशासन की सरकार। बिहार की इसी भावना के पीछे माताओं-बहनों की उम्मीदें हैं और नौजवानों के सपने हैं। मोदी की यह गारंटी लिखकर रखें- आपका सपना ही मोदी का संकल्प है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जंगलराज वाले खुद को आपका माई-बाप कहते थे, अपनेआप को शहंशाह मानते थे। लेकिन, यह तो मोदी है- मेरे माई-बाप तो आप जनता-जनार्दन हैं, आप ही मेरे मालिक हैं, आप ही मेरा रिमोट कंट्रोल हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मैं आपको आपके वोट की ताकत बताता हूं। आपके दादा-दादी, नाना-नानी के एक वोट ने बिहार को सामाजिक न्याय की भूमि बनाया था। फिर 90 का दशक आया और बिहार पर राजद के जंगलराज ने हमला कर दिया था। जंगलराज मतलब- कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुसंस्कार, करप्शन और कुशासन। ये जंगलराज की पहचान बन गए थे और यह बिहार का दुर्भाग्य बन गया था। आपके माता-पिता के सपने कुचल दिए गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जंगलराज के दौरान बिहार में हुए विकास का रिपोर्ट कार्ड जीरो है। सन् 1990 से लेकर 2005 तक 15 साल, इस जंगलराज ने बिहार को तबाह कर दिया था। सरकार चलाने के नाम पर तब सिर्फ आपको लूटा गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 साल के जंगलराज में बिहार में कितने एक्सप्रेस वे बने- जीरो, कोसी नदी पर कितने पुल बने- जीरो, कितने टूरिस्ट सर्किट विकसित हुए- जीरो, नौजवानों और बेटियों के खेलकूद के लिए कितने स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स बने- जीरो, कितने मेडिकल कॉलेज बने- जीरो। जंगलराज के उन 15 सालों में न बिहार में एक भी आईआईटी आई, न एक भी आईआईएम आया था। पूरी एक पीढ़ी का भविष्य राजद के नेता खा गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग की सरकार में नीतीश कुमार ने बहुत मेहनत से बिहार को जंगलराज से बाहर निकाला है। सन् 2014 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद बिहार के विकास में नई तेजी आई है। पटना में आईआईटी खुली है, बोधगया में आईआईएम खुला है, पटना में एम्स खुला है, दरभंगा एम्स का काम तेजी से चल रहा है। अब बिहार में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी भी है, भागलपुर में आईआईआईटी भी है, बिहार में 4 सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी स्थापित की गई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे इन प्रयासों के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती खड़ी है। वह चुनौती है घुसपैठियों की। राजग सरकार पूरी ईमानदारी से एक-एक घुसपैठिए की पहचान कर उसे देश से बाहर निकालने में जुटी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये राजद और कांग्रेस वाले घुसपैठियों को बचाने में जुटे हैं। ये घुसपैठियों को बचाने के लिए भांति-भांति के झूठ फैलाते हैं, लोगों को गुमराह करने के लिए राजनीतिक यात्राएं निकालते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस हो या राजद, इन्हें देश की सुरक्षा और आस्था से कोई मतलब नहीं है। इसलिए ये लोग हमारी आस्था और संस्कृति का भी अपमान करते हैं। कांग्रेस के नामदार बिहार आकर छठी मैया की पूजा को ड्रामा बताते हैं। ये छठी मैया का, हमारी आस्था का अपमान है। हमारी माताएं-बहनें छठी मैया की आराधना में पानी तक नहीं पीतीं। ये उसे नौटंकी कहते हैं। राजद वाले नामदार के मुंह पर ऐसी बात आने पर ताला लग जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास हो गया है कि बिहार की हमारी माताएं-बहनें समृद्ध बिहार बनाने का संकल्प ले चुकी हैं। इसलिए वे कभी भी जंगलराज की वापसी नहीं होने देंगी। मेरा यह विश्वास अब पक्का हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने कांग्रेस और राजद के बीच चल रहे झगड़े की पोल खोल दी थी। यह पोल खुलने के बाद इनके बीच झगड़ा और बढ़ गया है। अभी हमने देखा कि कांग्रेस ने तो अब उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को ही राजद के खिलाफ मोर्चे पर उतार दिया है। वो मीडिया को इंटरव्यू दे रहे हैं और उसमें राजद के जंगलराज की ही पोल खोल रहे हैं। वो कह रहे हैं कि जंगलराज में दलितों, महादलितों और अति पिछड़ों के साथ सबसे अधिक जुल्म हुआ है। अभी तो यह शुरुआत है, चुनाव परिणाम आने दीजिए। ये कांग्रेस और राजद के लोग एक-दूसरे के बाल नोंचने वाले हैं।