तेजस्वी यादव '420 का आरोप' अपने खिलाफ तय कराकर बिहार बदलने चले हैं: भाजपा
रविशंकर प्रसाद ने भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया
Photo: @BJPLive X account
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को यहां भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज अदालत ने लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप तय किए हैं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये आरोप बहुत गंभीर हैं। ये आरोप हैं- सरकारी संपत्ति के आवंटन में भ्रष्टाचार, षड्यंत्र, सरकार की निर्णय प्रक्रिया में गड़बड़ करना, और तो और 420 भी हैं।रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव '420 का आरोप' अपने खिलाफ तय कराकर बिहार बदलने चले हैं। 420 का मतलब है- धोखाधड़ी, जिसकी सजा है सात साल। 120बी है- षड्यंत्र।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव के पूरे शासन को अगर हम चार वाक्यों में कहें तो 'चारा खाना, अलकतरा पीना और सरकारी संपत्ति बांटने के टेंडर में हेराफेरी करना, चौथा है- जमीन दो, नौकरी लो।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस मॉडल की एक विशेष बात है कि सारा लाभ परिवार को ही जाना चाहिए, बाहर किसी को नहीं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 'जमीन दो, नौकरी लो' के मामले में क्लास 4 के लोगों से जमीन ली गई, यानी गरीब लोगों का हक मारा गया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि साल 2020 के चुनाव के शपथपत्र के अनुसार साल 1993 से 2007 के बीच तेजस्वी यादव के पास कृषि योग्य 9 भूमि थीं, जिनमें से 3 पटना में और 6 गोपालगंज में थीं। दो गैर-कृषि भूमि थीं, जो पटना में थीं। साल 2005 में पटना में एक कॉमर्शियल प्लॉट और एक रेजिडेंशियल प्लॉट गोपालगंज में था। ये प्लॉट कहां से आए?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इससे बड़ा धोखा और क्या हो सकता है कि सत्ता में बैठा कोई व्यक्ति, चाहे वह रेल मंत्री हो या मुख्यमंत्री, अपने पद का दुरुपयोग करके जनता की संपत्ति लूटकर अपनी जेबें भरता हो और बाद में खुद को सामाजिक न्याय का झंडाबरदार बताता हो?


