कफ सिरप मामला: मोहन यादव बोले- 'तमिलनाडु सरकार नहीं कर रही सहयोग'

'संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है'

Photo: DrMohanYadav51 FB Page

नागपुर/भोपाल/दक्षिण भारत। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को आरोप लगाया कि तमिलनाडु सरकार कफ सिरप मामले से जुड़ी जांच के संबंध में सहयोग नहीं कर रही है।

मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी। उन्होंने तमिलनाडु सरकार से इस प्रकरण में 'ठोस कदम' उठाने और 'उचित कार्रवाई' करने का आग्रह किया।

यादव ने गुरुवार को नागपुर के अस्पतालों का दौरा किया और तमिलनाडु में निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन के बाद वहां इलाज करा रहे बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में कफ सिरप से हुई बच्चों की दु:खद मृत्यु की घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। प्रदेश की पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तमिलनाडु से दवा निर्माता कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया है। यह हमारी सरकार की संवेदनशीलता का स्पष्ट प्रमाण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी। संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में, निवेश में वृद्धि, सुशासन और रोजगार के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इनके माध्यम से गरीब, महिला, युवा और किसान, सबके जीवन में बदलाव आते हैं।

मोहन यादव ने कहा कि तमिलनाडु सरकार उस तरह से सहयोग नहीं कर रही है, जैसा उसे करना चाहिए। वहां के औषधि नियंत्रक से संबंधित दवा के बारे में उचित रिपोर्ट अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि दवा की पूरी प्रक्रिया के लिए फार्मा कंपनी जिम्मेदार थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने दवा के रैंडम नमूनों की जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में औषधि नियंत्रक और सहायक औषधि नियंत्रक को निलंबित कर दिया है।

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