मुंबई/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर ने गुरुवार को मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में शिरकत की। इस अवसर पर मोदी ने फेस्ट को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब मैं इससे पहले, इस कार्यक्रम में आया था, तब साल 2024 के चुनाव बाकी थे। उस दिन मैंने कहा था कि मैं अगले कार्यक्रम में आऊंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुंबई यानी ऊर्जा का शहर। मुंबई यानी उद्यम का शहर। मुंबई यानी अनंत संभावनाओं का शहर। इस मुंबई में अपने मित्र प्रधानमंत्री स्टारमर का विशेष अभिनंदन करता हूं। मैं उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल में भाग लेने के लिए धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। जब हम लोकतंत्र की बात करते हैं तो यह सिर्फ़ चुनाव और नीति-निर्माण तक सीमित नहीं है। भारत ने लोकतांत्रिक भावना को शासन का एक मज़बूत स्तंभ बनाया है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण तकनीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक दशक में भारत ने तकनीक का जनतंत्रीकरण किया है। आज का भारत तकनीकी रूप से सबसे ज्यादा समावेशी समाज में से एक है। भारत जो कर रहा है, वह विशेष रूप से ग्लोबल साउथ के देशों के लिए आशा की किरण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने डिजिटल इनोवेशन से दुनिया में डिजिटल सहयोग और डिजिटल पार्टनरशिप बढ़ाना चाहता है। इसलिए हम अपने अनुभव और ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म, दोनों को ग्लोबल पब्लिक गुड के लिए शेयर कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में एआई के लिए ट्रस्ट और सेफ्टी रूल्स को लेकर डिबेट चल रही है, लेकिन भारत इसके लिए पहले ही ट्रस्ट लेयर का निर्माण कर चुका है। भारत का एआई मिशन डेटा और प्राइवेसी दोनों विषयों को हैंडल करने की सामर्थ्य रखता है।