नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कांग्रेस ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि कर्नाटक सरकार द्वारा लागू की गईं पांच गारंटियों की वजह से पिछले दो वर्षों में असरदार बदलाव आए हैं। ये गारंटियां लागू होने के बाद एक ओर जहां परिवार स्वास्थ्य और शिक्षा में दीर्घकालिक निवेश कर रहे हैं, वहीं स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई है।
कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने कहा, 'चार प्रतिष्ठित शोध और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा किए गए एक स्वतंत्र अध्ययन की नई रिपोर्ट में इन गारंटियों के नतीजों का व्यापक मूल्यांकन किया गया है।'
जयराम रमेश ने 'शक्ति योजना' (निःशुल्क बस यात्रा) के बारे में कहा, 'बसों द्वारा उपलब्ध कराई गई गतिशीलता के कारण 19 प्रतिशत महिला लाभार्थियों को वेतनयुक्त कार्य या बेहतर नौकरियां मिलीं। बेंगलूरु शहर जिले में यह आंकड़ा बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया। 80 प्रतिशत लाभार्थियों ने स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में वृद्धि की बात कही। उल्लेखनीय रूप से, सर्वेक्षण में शामिल 72 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि इस योजना से उनके आत्मविश्वास और सशक्तीकरण में वृद्धि हुई है।'
जयराम रमेश ने 'गृह लक्ष्मी' योजना के बारे में कहा, '94 प्रतिशत महिलाओं ने इस राशि का कुछ हिस्सा आहार और पोषण पर, 90 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवा पर और लगभग 50 प्रतिशत अपने बच्चों की शिक्षा पर खर्च किया। महिलाएं इस राशि का ज़्यादातर हिस्सा अपने परिवार की भलाई के लिए दीर्घकालिक निवेश के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं।'
जयराम रमेश ने 'अन्न भाग्य' योजना के बारे में कहा, '94 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बताया कि उन्हें इस योजना का लाभ मिला है। 91 प्रतिशत लाभार्थी परिवार सब्जियों और दूध जैसे पूरक पोषण पर खर्च कर रहे हैं, क्योंकि उन्नत अन्न भाग्य योजना उनकी अनाज की जरूरत को पूरा करती है।'
जयराम रमेश ने 'गृह ज्योति' योजना के बारे में कहा, '72 प्रतिशत महिला लाभार्थियों ने बताया कि उनके परिवारों में अब बिजली का अधिक उपयोग हो रहा है। 43 प्रतिशत ने समय बचाने वाले तथा जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने वाले नए उपकरण खरीदे हैं।'
जयराम रमेश ने 'युवा निधि' योजना के बारे में कहा, 'भत्ता प्राप्त करने वालों में से 42 प्रतिशत ने इस निधि का उपयोग कौशल विकास और रोजगार के लिए किया।' उन्होंने कहा, 'महिलाएं अधिक स्वस्थ, अधिक गतिशील और परिवार तथा समाज में सशक्त हैं। परिवार अपने स्वास्थ्य और शिक्षा में दीर्घकालिक निवेश कर रहे हैं। स्थानीय अर्थव्यवस्थाएं मज़बूत हैं और जमीनी स्तर पर मांग बढ़ी है।'