मैसूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि इस बार दशहरा उत्सव 11 दिनों तक मनाया गया। उन्होंने देशवासियों को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैसूरु का दशहरा विश्व प्रसिद्ध है और बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
सिद्दरामय्या ने कहा, 'मैंने दो बार मुख्यमंत्री के रूप में सभी दशहरा उत्सवों में भाग लिया। जनता के आशीर्वाद से, मुझे मुख्यमंत्री के रूप में 8 बार दशहरे में भाग लेने का अवसर मिला, जिससे बहुत खुशी हुई।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'दशहरा जनता का त्योहार है। यह तभी सफल होता है, जब बड़ी संख्या में लोग आते हैं। दशहरा उत्सव का उद्घाटन करने वाली लेखिका बानू मुश्ताक को बधाई। यह देखकर खुशी हुई कि दशहरा उत्सव बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इसके लिए कड़ी मेहनत करने वाले मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को धन्यवाद।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'इस साल राज्यभर में अच्छी बारिश हुई है, सभी जलाशय भर गए हैं और अच्छी फसल हुई है। हालांकि, उत्तरी कर्नाटक के कुछ जिलों में अत्यधिक वर्षा के कारण लगभग 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ है।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'कलबुर्गी की अपनी यात्रा के दौरान कहा था कि सर्वेक्षण कराएंगे और सरकार तथा एनडीआरएफ सहित किसानों को शुष्क भूमि के लिए 17,000 रुपए प्रति हेक्टेयर तथा सिंचित भूमि के लिए 17,500 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से फसल मुआवजा देंगे।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'जिन ज़मीनों पर एक से ज़्यादा फ़सलें उगाई जाती हैं, उन्हें 31,000 रुपए का मुआवज़ा देने का ऐलान किया गया। हालांकि, भारी बारिश के कारण फ़सल नुकसान का संयुक्त सर्वेक्षण संभव नहीं है। सर्वेक्षण के बाद, उन सभी 10 लाख हेक्टेयर ज़मीनों को मुआवज़ा दिया जाएगा, जहां फ़सलों का नुकसान हुआ है।'