बेंगलूरु/दक्षिण भारत। वायुसेना के मेडिकल ट्रेनिंग सेंटर ने 22 व 23 सितंबर को 'सहयोग और समन्वय: प्रभावी एचएडीआर की कुंजी' विषय पर सहयोगी एवं स्वास्थ्य सेवा सेमिनार का आयोजन किया।
इस सेमिनार का मकसद चिकित्सा सहायकों को मानवीय सहायता और आपदा राहत पर व्यापक अवलोकन प्रदान करना और एचएडीआर के दौरान विभिन्न संगठनों के बीच सहयोग और समन्वय को समझाना था।
सेमिनार के मुख्य अतिथि चिकित्सा सेवा (वायु) महानिदेशक एयर मार्शल संदीप थरेजा थे, जिन्होंने इसका उद्घाटन किया। इसमें वायुसेना, थल सेना और नौसेना की विभिन्न यूनिट्स के सहयोगी और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों ने भाग लिया। कर्नाटक राज्य आपदा राहत बल के प्रतिनिधियों ने भी सेमिनार में भाग लिया। इसका प्रसारण एयरफोर्स नेट और इंटरनेट (वेबएक्स), दोनों पर किया गया।
दो दिवसीय कार्यक्रम में सामूहिक दुर्घटना और आपातकालीन प्रतिक्रिया, चिकित्सा सहायता और रोग प्रकोप की रोकथाम, मानसिक सहायता और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, चिकित्सा नैतिकता और सहयोग तथा प्रशासनिक और लॉजिस्टिकल आपूर्ति चेन प्रबंधन जैसे समकालीन विषयों पर विभिन्न वैज्ञानिक सत्रों और चर्चाओं का आयोजन किया गया।
कर्नाटक एसडीआरएफ और वायुसेना आरएएमटी ने आपदा राहत के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विशेषज्ञों से जुड़ने, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और एचएडीआर की जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए नवीन समाधानों पर चर्चा करने का मौका मिला। चर्चाओं में आपदाओं और मानवीय संकटों से निपटने में सहयोग, समन्वय और तैयारी के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया।