बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा ने मंगलवार को कहा कि जब भी गड्ढों पर सवाल उठाया जाता है तो उपमुख्यमंत्री एवं बेंगलूरु के विकास मंत्री डीके शिवकुमार भड़क उठते हैं। वे इसे ब्लैकमेल कहकर खारिज कर देते हैं या अन्य राजधानियों से तुलना करके टाल देते हैं।
विजयेंद्र येडीयुरप्पा ने कहा, '... लेकिन क्या यह नागरिकों द्वारा अपनी चुनी हुई सरकार से बुनियादी ढांचे के लिए जवाबदेही की मांग करना नहीं है?'
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 'इससे पहले कि उपमुख्यमंत्री कहें कि 'सभी शहरों में एक ही समस्या है', मैं पूछना चाहता हूं: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के तहत ग्लोबल ट्रैफिक इंडेक्स में बेंगलूरु की रैंक छठी (2023) से गिरकर विश्व स्तर पर तीसरे सबसे खराब स्थान पर क्यों आ गई है?'
विजयेंद्र येडीयुरप्पा ने कहा, 'यातायात की भीड़ के कारण उत्पादक घंटे छिन रहे हैं, जनता में गुस्सा बढ़ रहा है। यहां तक कि कंपनियां कर्नाटक से बाहर जा रही हैं - प्रोत्साहन या जमीन के लिए नहीं, बल्कि बेहतर सड़कों जैसी बुनियादी चीज के लिए।'
उन्होंने कहा, 'बालेगेरे रोड का ही उदाहरण लीजिए: एक ही हफ़्ते में दो स्कूल बसें प्रभावित हुईं - एक लगभग पलट गई, दूसरी फंस गई। फिर भी उपमुख्यमंत्री का दावा है कि रोज़ाना हज़ारों गड्ढों की मरम्मत की जा रही है। अगर ऐसा है तो दूसरी घटना कैसे हुई? क्या पहली घटना के बाद सड़क की मरम्मत नहीं होनी चाहिए थी?'
विजयेंद्र येडीयुरप्पा ने कहा, 'डीके शिवकुमार को ध्यान भटकाने के बजाय ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और बेंगलूरु के चरमराते बुनियादी ढांचे को ठीक करना चाहिए। हमारे नागरिकों को सुरक्षित सड़कें चाहिएं, बहाने नहीं।'