बेंगलूरु/दक्षिण भारत। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी सहित पूरे देश में गड्ढों की समस्या है और मीडिया में यह दिखाना कि यह समस्या सिर्फ कर्नाटक में है, सही नहीं है।
शिवकुमार, जो बेंगलूरु विकास के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने कहा कि इस मुद्दे को हल करना सरकार का कर्तव्य एवं जिम्मेदारी है और वह इस पर काम कर रही है।
उन्होंने विपक्षी भाजपा पर सत्ता में रहते हुए सड़कों का रखरखाव नहीं करने और अब नगर निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह मुद्दा उठाने का आरोप लगाया।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में बेंगलूरु में उद्योग जगत के दिग्गजों, जैसे कि इन्फोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई और बायोकॉन की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। यह आग्रह तब किया गया था जब ऑनलाइन ट्रकिंग प्लेटफॉर्म ब्लैकबक ने आवागमन और सड़क संबंधी बुनियादी ढांचे की समस्याओं का हवाला देते हुए कंपनी को बेंगलूरु के आउटर रिंग रोड (ओआरआर) पर बेलंदूर स्थित अपने वर्तमान स्थान से हटाने का फैसला लिया था।
कर्नाटक भाजपा ने राज्यभर में, खासकर बेंगलूरु में सड़कों की स्थिति के मुद्दे को लेकर 24 सितंबर को सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में सड़क रोकने संबंधी विरोध प्रदर्शन करने का भी फैसला किया है।
शिवकुमार ने बिहार रवाना होने से पहले यहां संवाददाताओं से कहा, 'हम बारिश के बावजूद गड्ढे भर रहे हैं। हर निगम (बेंगलूरु में 5 निगम) में लगभग एक हजार गड्ढे भरने का काम रोजाना चल रहा है।'
शिवकुमार ने कहा कि वे दिल्ली गए थे और वहां की सड़कें देखी थीं। उन्होंने कहा, 'कृपया वहां (दिल्ली में) अपने संवाददाताओं से पूछिए कि कितने गड्ढे हैं? प्रधानमंत्री आवास की ओर जाने वाली सड़क पर कितने गड्ढे हैं?'
उन्होंने कहा, 'मैं बड़ी आईटी कंपनियों और अन्य लोगों से कहना चाहता हूं कि ऐसी चीजें (गड्ढों की समस्या) हर जगह हैं, हम अपना काम कर रहे हैं। यह पूरे देश में है, लेकिन हमारा कर्तव्य है, हम इसे पूरा करेंगे।'