सऊदी-पाक रक्षा समझौता भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है: कांग्रेस

कूटनीति पर लगाया सवालिया निशान

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नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कांग्रेस ने गुरुवार को सऊदी अरब द्वारा पाकिस्तान के साथ 'रणनीतिक पारस्परिक रक्षा' समझौते पर हस्ताक्षर करने पर चिंता जताई। उसने कहा कि इसका भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। 

कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोकने के एक महीने बाद, राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में लंच पर फील्ड मार्शल  आसिम मुनीर की मेज़बानी की थी।'

उन्होंने मुनीर के लिए कहा, 'वही व्यक्ति जिसके भड़काऊ, उकसावे भरे, और सांप्रदायिक जहर घोलने वाले बयानों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए क्रूरतम आतंकी हमलों को ऑक्सीजन प्रदान की थी।'

जयराम रमेश ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की बहुचर्चित चीन यात्रा के कुछ ही दिनों बाद, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के लिए चीन के गुप्त सैन्य परिसर के दरवाज़े खोल दिए थे।'

उन्होंने कहा, 'अब सऊदी अरब, जहां 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमलों के समय प्रधानमंत्री मौजूद थे, ने पाकिस्तान के साथ एक 'रणनीतिक पारस्परिक रक्षा' समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।'

जयराम रमेश ने कहा, 'यह सब निश्चित रूप से भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस पर गहरी चिंता व्यक्त करती है और इसे हमारे प्रधानमंत्री की बहुप्रचारित व्यक्ति-केंद्रित कूटनीति के लिए एक और झटका मानती है।'

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