राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब- 'कोई भी वोट ऑनलाइन नहीं हटाया जा सकता'

मुख्य चुनाव आयुक्त पर 'वोट चोरों' को बचाने का आरोप लगाया था

Photo: ECI FB Page

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। चुनाव आयोग ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उन आरोपों को गलत और निराधार बताया, जिनमें उन्होंने कहा था कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार 'वोट चोरों' को बचा रहे हैं।

चुनाव आयोग ने जोर देकर कहा कि प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का अवसर दिए बिना कोई भी नाम नहीं हटाया जा सकता।
 
इसमें कहा गया है, 'राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार हैं। जनता के किसी भी सदस्य द्वारा किसी भी वोट को ऑनलाइन नहीं हटाया जा सकता है, जैसा कि राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई है।'

चुनाव आयोग ने कहा कि साल 2023 में, आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के कुछ असफल प्रयास किए गए थे और मामले की जांच के लिए स्वयं चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

आयोग ने कहा, 'रिकॉर्ड के अनुसार, आलंद विधानसभा क्षेत्र साल 2018 में सुभाध गुट्टेदार (भाजपा) और साल 2023 में बीआर पाटिल (कांग्रेस) ने जीता था।'

बता दें कि राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद का जिक्र कर दावा किया था कि वहां 6,018 लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाने की कोशिश हुई थी। दावे के अनुसार, उस प्रक्रिया को एक बीएलओ ने पकड़ा था, क्योंकि कथित तौर पर प्रभावित लोगों में उसका रिश्तेदार भी शामिल था।

राहुल गांधी ने दावा किया कि ये नाम सेंट्रलाइज्ड तरीके से सॉफ्टवेयर के जरिए हटाए गए थे। इस प्रक्रिया के लिए जिन नंबरों का इस्तेमाल हुआ, वे कर्नाटक से बाहर के थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि कर्नाटक सीआईडी ने 18 महीनों में चुनाव आयोग को 18 चिट्ठियां भेजीं, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। हालांकि चुनाव आयोग ने राहुल के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।

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